उम्मीदवारों की सूची जारी न कर प्रत्याशियों को फॉर्म ए और बी दे रही है SP, जानें इसकी वजह

कुमार अभिषेक

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पहले और दूसरे चरण के लिए सार्वजनिक तौर पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया है. बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) भी पहले फेज के लिए 53 टिकट घोषित कर चुकी है. राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) ने भी टिकटों का ऐलान किया है, जिनमें समाजवादी पार्टी (एसपी) के उम्मीदवारों के भी नाम हैं, लेकिन हैरत की बात यह है कि एसपी ने अभी तक अपनी कोई लिस्ट जारी नहीं की है. वहीं, एसपी के उम्मीदवारों को फॉर्म ए और बी मिलने लगे हैं, ताकि वे नामांकन कर सकें.

ऐसा कहा जा रहा है कि समाजवादी पार्टी सीधे विवाद से बचने के लिए टिकटों का ऐलान नहीं कर पा रही. खबर है कि रविवार को सरधना से अतुल प्रधान और हस्तिनापुर से योगेश वर्मा का टिकट फाइनल हो गया, लेकिन इसका भी ऐलान समाजवादी पार्टी ने नहीं किया. समाजवादी पार्टी की तरफ से कैंडिडेट के ऐलान नहीं होने से कई जगह कन्फ्यूजन के हालात बन गए हैं. मथुरा की मांट से आरएलडी और एसपी दोनों के उम्मीदवार अपना दावा पेश कर रहे हैं.

दरअसल, समाजवादी पार्टी में इन दिनों दूसरे दलों से आने वालों का हुजूम है और सभी कहीं न कहीं इस आस में बैठे हैं कि पार्टी का टिकट उन्हें मिलेगा, लेकिन समाजवादी पार्टी को नए और पुराने नेताओं में बैलेंस बनाना पड़ रहा है. बता दें कि इमरान मसूद समेत अन्य उम्मीदवार एसपी में आए तो जरूर, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिल पाया और आखिर वक्त में उनके पास अब कोई चारा भी नहीं बचा है.

ऐसा कहा जा रहा है कि समाजवादी पार्टी नहीं चाहती कि टिकट नहीं मिलने वाले पार्टी के भीतर भगदड़ जैसे हालात पैदा करें, इसलिए जिन्हें टिकट मिलना है उन्हें अखिलेश यादव ने बता दिया है कि वह चुनाव की तैयारी करें.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

जानिए 7 चरणों वाले यूपी विधानसभा चुनाव के सात अंक पर राजनीतिक दलों के अलग-अलग दावे

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT