दिल्ली में नमाजियों को लात मारे जाने पर आक्रोश! अब अखिलेश ने दिया ये बड़ा बयान
दिल्ली पुलिस के उपनिरीक्षक मनोज कुमार तोमर द्वारा शुक्रवार को उत्तरी दिल्ली के इंद्रलोक इलाके में सड़क पर नमाज अदा कर रहे कुछ लोगों को धक्का देने और ‘लात’ मारने की घटना को लेकर अब राजनीति तेज हो गई है.
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Akhilesh Yadav News: दिल्ली पुलिस के उपनिरीक्षक मनोज कुमार तोमर द्वारा शुक्रवार को उत्तरी दिल्ली के इंद्रलोक इलाके में सड़क पर नमाज अदा कर रहे कुछ लोगों को धक्का देने और ‘लात’ मारने की घटना को लेकर अब राजनीति तेज हो गई है. सियासी दल के लोग अब इस घटना को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इस मामले को लेकर ताजा बयान उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव की ओर से आया है.
अखिलेश ने शनिवार को X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "प्रार्थनाओं पर प्रहार अच्छा नहीं!"
बता दें कि अखिलेश ने दिल्ली में हुई घटना को लेकर प्रत्यक्ष रूप से अभी तक अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है. मगर उनकी इस 'प्रार्थनाओं पर प्रहार अच्छा नहीं' प्रतिक्रिया को दिल्ली में नमाजियों के साथ हुई घटना को जोड़कर देखा जा रहा है.
आपको बता दें कि विभिन्न दलों के नेताओं सहित कई लोगों ने सोशल मीडिया पर इस घटना के प्रति आक्रोश जताया है. कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने X पर घटना का वीडियो साझा करते हुए तंज कसा, "अमित शाह की दिल्ली पुलिस का आदर्श वाक्य शांति, सेवा, न्याय है. वे लगन से काम कर रहे हैं."
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वहीं, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने घटना को ‘शर्मनाक’ करार दिया. पार्टी ने X पर पोस्ट किया, "बेहद शर्मनाक!सड़क पर नमाज अदा करते नमाजियों को दिल्ली पुलिस का जवान लात मार रहा है. इससे ज्यादा शर्म की बात और क्या हो सकती है?"
सपा विधायक ने ये कहा
संभल के पूर्व सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के विधायक पोते जियाऊर्रहमान बर्क ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि नमाज के दौरान पुलिस के द्वारा लात मारने की घटना बेहद शर्मनाक है और आजाद हिंदुस्तान में ऐसी घटना होना भी शर्मनाक बात है.
जियाऊर्रहमान बर्क ने कहा, "यह घटना हमारे मुल्क को आजाद करने के लिए कुर्बानी देने वाले बुजुर्गों के अपमान की बात है. इस तरह की घटना से पूरी दुनिया में सिर झुकेगा. केंद्र सरकार से मांग है कि ऐसी शर्मनाक घटना को अंजाम देने वाले पुलिसकर्मियों का सस्पेंशन काफी नहीं बल्कि उनके खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई होनी चाहिए. अगर केंद्र सरकार इस मामले का संज्ञान नहीं लेती है तो सर्वोच्च न्यायालय को लेना चाहिए. बर्क ने आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव में मुद्दों से भड़काने के लिए इस तरह की घटनाओं को दिया जा रहा है.
क्या है मामला?
बता दें कि यह घटना 'जुमे की नमाज' के दौरान दोपहर करीब दो बजे दिल्ली के इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन के पास की है. पुलिसकर्मी की यह हरकत कैमरे में दर्ज हो गई और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर अब वायरल है. वीडियो में देखा जा सकता है कि एक उपनिरीक्षक मस्जिद के नजदीक सड़क पर नमाज अदा कर रहे लोगों को तितर-बितर करने की कोशिश कर रहा है और अचानक वह आक्रोशित होकर कुछ नमाजियों को धक्का देना व लात मारना शुरू कर देता है.
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स्थानीय लोगों के मुताबिक जगह की कमी के कारण कुछ लोग मस्जिद के पास सड़क पर नमाज अदा कर रहे थे. स्थानीय निवासी फराज खान ने बताया कि हर हफ्ते मस्जिद के अंदर नमाज होती है, लेकिन शुक्रवार को कुछ बाहरी लोग थे जिन्हें नमाज के लिए निर्धारित जगह के बारे में जानकारी नहीं थी और उन्होंने सड़क पर ही नमाज अदा करनी शुरू कर दी. एक स्थानीय निवासी ने बताया, "हम पुलिस अधिकारी के कृत्य से आहत हैं और चाहते हैं कि उसको सेवा से बर्खास्त कर दिया जाए."
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