भारत के बंटवारे के लिए जिन्ना नहीं, RSS जिम्मेदार: ओम प्रकाश राजभर
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने आरोप लगाया है कि भारत के बंटवारे के लिए पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना…
ADVERTISEMENT
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने आरोप लगाया है कि भारत के बंटवारे के लिए पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) जिम्मेदार है. राजभर ने यह भी कहा है कि देश को आजादी दिलाने में जिन्ना का भी योगदान है और वह देश के लिए लड़े थे.
राजभर न्यूज एजेंसी ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत के दौरान अपने उस रुख पर कायम रहे कि अगर जिन्ना को आजाद भारत का पहला प्रधानमंत्री बनाया गया होता तो कोई बंटवारा नहीं होता.
उन्होंने कहा, ‘‘उस स्थिति में भारत बड़ा देश होता और तमाम तरह की समस्या भी पैदा नहीं होतीं.’’
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
उन्होंने कहा, ‘‘भारत के बंटवारे के दोषी जिन्ना नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ है. विवाद की स्थिति संघ ने ही पैदा की थी. अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी और गोविंद बल्लभ पंत सरीखे नेता जिन्ना की प्रशंसा करते रहे हैं. देश को आजादी दिलाने में जिन्ना का भी योगदान है, वह देश के लिए लड़े थे. आजादी मिलने के बाद जिन्ना को प्रधानमंत्री बना देना चाहिए था.’’
उन्होंने दोहराया कि जिन्ना को देश का पहला प्रधानमंत्री बना दिया जाता तो विवाद ही पैदा नहीं होता. जिन्ना पाकिस्तान बनाने की मांग पर अड़े क्यों रहे, अगर जिन्ना नहीं चाहते तो विभाजन नहीं होता, इस सवाल पर राजभर ने कहा कि तब क्या परिस्थिति थी उन्हें इसकी जानकारी नहीं है.
ADVERTISEMENT
उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (एसपी) की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष राजभर ने बुधवार को कहा था कि अगर मोहम्मद अली जिन्ना को भारत का पहला प्रधानमंत्री बना दिया गया होता तो देश का बंटवारा नहीं होता.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले जिन्ना को लेकर हालिया सियासत एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव के एक बयान के बाद तेज हुई है. अखिलेश ने 31 अक्टूबर को हरदोई में एक कार्यक्रम में कहा था, ”सरदार पटेल, महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू और जिन्ना एक ही संस्था में पढ़े और बैरिस्टर बनकर आए थे. एक ही जगह पर उन्होंने पढ़ाई-लिखाई की. वो बैरिस्टर बने. उन्होंने आजादी दिलाई.”
ADVERTISEMENT
एसपी अध्यक्ष के इस बयान को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) लगातार उन पर हमलावर है.
ओमप्रकाश राजभर की बात करें तो वह 2017 के यूपी चुनाव में बीजेपी के साथ थे और योगी आदित्यनाथ कैबिनेट में मंत्री भी रहे थे, लेकिन बाद में उन्होंने बीजेपी से नाता तोड़ लिया था और हाल ही में प्रमुख विपक्षी समाजवादी पार्टी के साथ हाथ मिलाया था.
बाहुबली से नेता बने मुख्तार अंसारी के बारे में सवाल करने पर राजभर ने कहा कि बीजेपी नेताओं ने ही अंसारी को विधायक बनने में मदद की. राजभर ने हाल ही में बादा जेल में बंद अंसारी से मुलाकात की थी.
उन्होंने कहा, ‘‘बीजेपी नेताओं ने मुख्तार अंसारी को जीत दिलाई.’’ राजभर ने कहा कि उनके पास अपने दावों के पक्ष में सुबूत हैं.
राजभर ने यह भी कहा कि एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव जल्द ही फिर एक हो जाएंगे. शिवपाल ने एसपी से अलग होकर नई पार्टी गठित की थी.
यूपी चुनाव: एसपी में अपनी पार्टी का विलय करने को तैयार शिवपाल, मगर सामने रखी ये शर्त
ADVERTISEMENT