चुनावी नतीजों के बाद ‘INDIA’ गठबंधन को बड़ा झटका, अखिलेश विपक्ष की बैठक में नहीं होंगे शामिल!
Uttar Pradesh News : मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ समेत चार राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में से तीन राज्यों में बीजेपी ने जीत की हैट्रिक लगाई…
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Uttar Pradesh News : मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ समेत चार राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में से तीन राज्यों में बीजेपी ने जीत की हैट्रिक लगाई है. बीजेपी की यह जीत विपक्षी INDIA गठबंधन के लिए खतरे की घंटी है. ऐसे में विपक्षी इंडिया गठबंधन की बुधवार को अहम बैठक होने जा रही है. वहीं इस बैठक से पहले से विपक्षी दलों में अनबन नजर आ रही है. दरअसल, ‘INDIA’ गठबंधन की बुधवार को होने वाली बैठक में शामिल होने से ममता बनर्जी के इनकार के बाद अब अखिलेश यादव के भी बैठक में शामिल होने पर संशय है.
अखिलेश विपक्ष की बैठक में नहीं होंगे शामिल!
जानकारी के मुताबिक 6 दिसंबर को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में अखिलेश यादव के शामिल होने पर संशय बरकरार है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि अखिलेश ‘INDIA’ गठबंधन की इस बैठक में जाने की जल्दी में नहीं हैं और कांग्रेस के साथ रिश्ते सामान्य होने तक वह मीटिंग में जाने से परहेज कर सकते हैं. उधर, यूपी में सपा की सहयोगी पार्टी अपना दल कमेराबादी ने भी कांग्रेस की ओर से बुलाई गई इंडिया गठबंधन की बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है.
चुनावी नतीजों के बाद ‘INDIA’ गठबंधन को बड़ा झटका
चर्चा है कि विपक्ष की इस बैठक में अखिलेश यादव के कोई प्रतिनिधि जरूर होंगे. माना जा रहा है कि अगर अखिलेश नहीं गए तो रामगोपाल यादव मीटिंग में समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. हालांकि, सोमवार को अखिलेश यादव ने कांग्रेस के साथ तल्खियों को कम करने की कोशिश की और वाराणसी में पत्रकारों से कहा कि चुनाव ख़त्म होते ही अब सब अहंकार खत्म हो गए तापमान नीचे आ गया है.
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कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती
हिंदी हार्टलैंड के तीन राज्यों में चुनाव हारने के बाद उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को रिवाइव करने की कोशिशें को झटका लगा है. सपा और बसपा जैसी पार्टियां कांग्रेस को बहुत ज्यादा तवज्जो देने के मूड में नहीं है. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ताओं ने कहना शुरू कर दिया है कि कांग्रेस पार्टी के हैसियत दो सीट से ज्यादा कि नहीं है इसलिए अब उन्हें उत्तर प्रदेश में ज्यादा सीटों की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए. बहरहाल, अब देखना यह है इंडिया गठबंधन दोबारा कैसे पटरी पर लौटता है और समाजवादी पार्टी इस गठबंधन में किस उत्साह के साथ आगे बढ़ती है.
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