‘यादव जितना जातिवादी उतना राष्ट्रवादी’ केशव मौर्य ने किया 60 सालों तक BJP के राज का दावा
Kanpur News: मिशन-2024 को लेकर राजनीतिक पार्टियों की तैयारियां तेज हो गई हैं. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी…
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Kanpur News: मिशन-2024 को लेकर राजनीतिक पार्टियों की तैयारियां तेज हो गई हैं. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी पिछड़ों का समर्थन हासिल करने के लिए रणनीति बना रही है. इसी क्रम में कानपुर में भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मौर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक का आयोजन हुआ. इस बैठक में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya), भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और ओबीसी मौर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद रहे.
इस दौरान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कई बड़ी बाते बोली. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि यादव जितना जातिवादी है उतना ही राष्ट्रवादी है. इस समय पिछड़ा वर्ग काफी फायदे में हैं. इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी पर भी हमला बोला.
‘80 में से केवल 80 सीटे जीतनी हैं’
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डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, यूपी की राजनीति अब ओबीसी केंद्रित हो चुकी है. इस समय पिछड़ा वर्ग काफी लाभ में हैं. पिछड़ों का एक-एक वोट भाजपा को मिले. जो पार्टी यूपी में 73 लोकसभा सीट जीत सकती है वह चुनाव में 80 की 80 सीटे भी जीत सकती है.
‘यादव जितना जातिवादी, उतना ही राष्ट्रवादी’
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इस दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि यादव जितना जातिवादी होता है, उतना ही राष्ट्रवादी होता है. सबका समर्थन और आशीर्वाद हमें मिल रहा है. चुनावों में बहुसंख्यक मतदाता कमल का बटन दबाएगा. इस दौरान डिप्टी सीएम ने ये भी कहा कि भाजपा 60 से अधिक सालों तक राज करने जा रही है. कांग्रेस ने भी 60 साल से ज्यादा राज किया है.
इस दौरान केशव प्रशाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि जिस परिवार को ओबीसी माना जाता था अब उनकी भी बेचैनी बढ़ गई है.
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ओबीसी को साधने के लिए रणनीति बना रही सियासी पार्टियां
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राजनीतिक दलों की रणनीतियां बननी शुरू हो गईं हैं. मिशन-2024 को लेकर भारतीय जनता पार्टी भी सतर्क है. उत्तर प्रदेश की सभी सियासी पार्टियां पिछड़ों यानी ओबीसी वर्ग को लुभाने में लगी हुई हैं. माना जा रहा है कि जातिगत जनगणना हो या ओबीसी कमिशन को लेकर योगी सरकार पर दवाब डालना हो, समाजवादी पार्टी का स्टेड इसी रणनीति का ही एक हिस्सा है. तो वहीं भाजपा ने भी चुनावों को लेकर अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है.
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