प्रधानमंत्री बनने-बनवाने के दावों पर माया-अखिलेश की ‘जुबानी जंग’ का नया एपिसोड आया सामने
उत्तर प्रदेश में इन दोनों विचित्र नजारे देखने को मिल रहे हैं. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि सूबे का विपक्ष सरकार से सवाल…
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उत्तर प्रदेश में इन दोनों विचित्र नजारे देखने को मिल रहे हैं. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि सूबे का विपक्ष सरकार से सवाल पूछने की बजाए आपस में ही उलझा हुआ है. दरअसल, इन दिनों समाजवादी पार्टी (एसपी) के मुखिया अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) चीफ मायवाती के बीच ‘जुबानी जंग’ देखने को मिल रही है. यूपी के दोनों पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती एक दूसरे ओर तंज कसने और हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. इस कड़ी में बीएसपी चीफ ने अब अखिलेश यादव के उस बयान का पलटवार किया है, जिसमें एसपी चीफ ने कहा था कि वह चाहते थे कि मायावती प्रधानमंत्री बनें.
बीएसपी चीफ ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा,
“एसपी मुखिया यूपी में मुस्लिम व यादव समाज का पूरा वोट लेकर तथा कई-कई पार्टियों से गठबंधन करके भी जब अपना सीएम बनने का सपना पूरा नहीं कर सके हैं, तो फिर वो दूसरों का पीएम बनने का सपना कैसे पूरा कर सकते हैं?
मायावती
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1. सपा मुखिया यूपी में मुस्लिम व यादव समाज का पूरा वोट लेकर तथा कई-कई पार्टियों से गठबन्धन करके भी जब अपना सीएम बनने का सपना पूरा नहीं कर सके हैं, तो फिर वो दूसरों का पीएम बनने का सपना कैसे पूरा कर सकते हैं? 1/3
— Mayawati (@Mayawati) April 29, 2022
मायावती ने कहा, “इसके साथ ही, जो पिछले हुए लोकसभा आमचुनाव में, बी.एस.पी. से गठबंधन करके भी, यहां खुद 5 सीटें ही जीत सके हैं, तो फिर वो बीएसपी की मुखिया को कैसे पीएम बना पायेंगे? अतः इनको ऐसे बचकाने बयान देना बंद करना चाहिए.”
बीएसपी चीफ ने आगे कहा, “साथ ही, मैं आगे सीएम व पीएम बनूं या ना बनूं, लेकिन मैं अपने कमजोर व उपेक्षित वर्गों के हितों में देश का राष्ट्रपति कतई भी नहीं बन सकती हूं. अतः अब यूपी में एसपी का सीएम बनने का सपना कभी भी पूरा नहीं हो सकता है.”
दरअसल, एसपी मुखिया अखिलेश यादव ने गुरुवार को बीएसपी चीफ को लेकर कहा था, “मैं इससे (बयान) से खुश हूं. मैं भी यही चाहता था. पिछली बार (2019 के लोकसभा चुनावों में) गठबंधन (बीएसपी के साथ) इसी के लिए बनाया था.”
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उन्होंने कहा, “अगर ‘बहुजन समाज’ के लोगों के साथ गठबंधन जारी रहता है, तो बीएसपी और डॉ. भीम राव अंबेडकर के सिद्धांतों का पालन करने वाले देखते कि देश का प्रधानमंत्री कौन बनता.”
इससे पहले मायावती ने कहा था, ”मैं आने वाले दिनों में सिर्फ उप्र का मुख्यमंत्री और देश का प्रधानमंत्री बनने का सपना देख सकती हूं लेकिन राष्ट्रपति बनने का सपना कभी नहीं देख सकती.”
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मायावती का अखिलेश को जवाब- ‘मैं CM-PM बनने का सपना देख सकती हूं, लेकिन राष्ट्रपति का नहीं’
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