‘वो अभागे हैं जो नहीं आ रहे हैं’, अयोध्या पहुंचे राजा भैया ने इशारों ही इशारों में किस पर साधा निशाना
Ayodhya Ram Mandir : अयोध्या के भव्य राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha) होनी है. प्रभु श्रीराम की नगरी को इस ऐतिहासिक अवसर के…
ADVERTISEMENT
Ayodhya Ram Mandir : अयोध्या के भव्य राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha) होनी है. प्रभु श्रीराम की नगरी को इस ऐतिहासिक अवसर के लिए दुल्हन की तरह सजाया गया है. वहीं प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या पहुंचे जनसत्ता दल प्रमुख रघुराज प्रताप सिंह का बड़ा बयान सामने आया है.
राजा भैया ने साधा निशाना
जनसत्ता दल प्रमुख रघुराज प्रताप सिंह का विपक्ष पर भी बयान सामने आया है. अयोध्या पहुंचे राजा भैया ने कहा कि जिनको रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का न्योता मिला है और अयोध्या आ रहे हैं, ये उनके पूर्व जन्मों के संचित पुण्य का परिणाम है. उन्होंने निमंत्रण को अस्वीकार करने वालों को अभागा बताया. रघुराज प्रताप सिंह ने कहा कि मुझे और मेरे पिता, दोनों को राम मंदिर ट्रस्ट से न्योता दिया गया था. मगर पिता जी की उम्र ज्यादा हो गई है. सेहत की वजह से वह अयोध्या नहीं आ पाए.
हम कारसेवक रहे हैं: राजा भैया
राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारी पूरी है। ऐसे में राजा भैया ने अयोध्या पहुंचकर क्या कुछ कहा, सुनिए।#RamMandir #RajaBhaiya #Ayodhya pic.twitter.com/iYkliJiW0K
— UP Tak (@UPTakOfficial) January 22, 2024
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
वहीं राजा भैया ने कारसेवकों से जुड़े सवाल पर कहा कि वह भी कारसेवक रह चुके हैं और कई बार अयोध्या आ चुके हैं. राजा भैया ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य रहा है कि हमने रामलला का दर्शन ढांचे में भी किया है, फिर जब रामलला तंबू में थे तब भी उनका दर्शन किया है.
आज होगी प्राण प्रतिष्ठा
बता दें कि सोमवार (22 जनवरी) दोपहर को शुभ मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा होगी. प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश-दुनिया के VVIPs मौजूद रहेंगे. पीएम मोदी इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करेंगे. राजनीति, खेल, मनोरंजन, कारोबार समेत तमाम क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियां अयोध्या पहुंच चुकी हैं. पारंपरिक नागर शैली में बना राम मंदिर परिसर 380 फुट लंबा (पूर्व-पश्चिम दिशा), 250 फुट चौड़ा और 161 फुट ऊंचा है. मंदिर की प्रत्येक मंजिल 20 फुट ऊंची है और इसमें कुल 392 स्तंभ तथा 44 द्वार हैं. मंदिर के स्तंभों और दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं के चित्र अंकित हैं.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT