इस सरकार में पिछड़ों-दलितों को दिक्कत, किल्लत और जिल्लत के सिवा कुछ नहीं मिला: अखिलेश
समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए जनता के नाम एक चिट्ठी लिखी.…
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समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए जनता के नाम एक चिट्ठी लिखी.
इस चिट्ठी में एसपी चीफ अखिलेश ने कहा,
“आइए इस गणतंत्र दिवस पर हम ये संकल्प लें कि जिस संविधान ने इस महान गणतंत्र की स्थापना की है उसे हर हाल में बचाएंगे. आज संविधान संकट में है और कुछ ऐसी नकारात्मक शक्तियां हावी हो रही हैं, जो अपने मनमाने विधान से देश को चलाना चाहती हैं.”
अखिलेश यादव
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— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 26, 2022
अखिलेश ने कहा, “आइए अपने देश और अपने देशवासियों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए हम उस पॉजिटिव, प्रोग्रेसिव और प्रैक्टिकल पॉलिटिक्स की ओर बढ़ें जो किसी एक खास वर्ग को नहीं बल्कि आम जनमानस को संग लेकर बढ़ती है, समता- समानता लाने के लिए भेदभाव मिटाती है और सम्पन्नता को हर घर-द्वार तक पहूंचाती है, जिसका हर काम आम जनता को समर्पित होता है, जिसकी दिशा समाज के निम्नतम स्तर पर जीवन जी रहे व्यक्ति से ऊपर की ओर होती है, जिसके मूल में आम जनता के ‘कल्याण’ की भावना होती है; न कि कुछ लोगों के ‘लाभ’ की.”
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, “इस सरकार में किसानों, मजदूरों, पिछड़ों, दलितों, महिलाओं, युवाओं, शिक्षाकर्मियों, स्वास्थ्यकर्मियों और काम कारोबारी, प्रोफेशनल्स को ‘दिक्कत, किल्लत और जिल्लत’ के सिवा कुछ नहीं मिला है. इस सरकार ने समाज के दो स्पष्ट हिस्से कर दिए हैं, एक तरफ लगातार धन संपन्न होते लोग हैं, दूसरी तरफ निरंतर निर्धन होते लोग.”
एसपी मुखिया ने कहा, “हम अपने सिद्धांत ‘अनुशासन से शासन’ के तहत कारगर कानून व्यवस्था को बहाल करने के लिए असामाजिक आपराधिक तत्वों, सामाजिक विद्वेष और नफरत फैलाने वालों के साथ ही, वर्तमान सरकार में बेलगाम हुई पुलिस व्यवस्था को संरचनात्मक और संस्थागत सुधारों से फिर से पटरी पर लाने के लिए 100% वचनबद्ध हैं. ये हमारा संकल्प है कि किसी की भी अराजकता, किसी भी रूप में सही नहीं जाएगी.”
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