सपा कार्यकर्ता ढूंढेंगे वो लोग जिनके नाम वोटर लिस्ट से काटे गए? अखिलेश की टीम हुई एक्टिव
उत्तर प्रदेश में यादव-मुस्लिम वोट पर रार खत्म नहीं हो रही है. चुनाव आयोग के नोटिस के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) वोटर लिस्ट में गलत…
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उत्तर प्रदेश में यादव-मुस्लिम वोट पर रार खत्म नहीं हो रही है. चुनाव आयोग के नोटिस के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) वोटर लिस्ट में गलत ढंग से काटे गए नाम और उसका सबूत तलाशने में लग गई है. दरअसल, भारतीय निर्वाचन आयोग में कुछ दिन पहले समाजवादी पार्टी को एक नोटिस जारी किया था. नोटिस में सपा चीफ अखिलेश यादव के उस बयान का जिक्र था जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘हर विधानसभा सीट पर हमारे यादव और मुस्लिम समुदाय के करीब 20-20 हजार वोटरों को बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव आयोग ने हटा दिया.’
आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने सपा को नोटिस जारी कर 10 नवंबर तक आरोपों पर सबूत देने को कहा है, जिसके बाद अब सपा नेतृत्व ने दस्तावेज इक्कठे करने शुरू कर दिए हैं.
बता दें कि प्रदेश पार्टी मुख्यालय से सभी प्रत्याशियों, निवर्तमान जिला/ महानगरों अध्यक्षों को बूथवार इसका ब्यौरा जुटा कर 3 नवंबर तक पार्टी कार्यालय लखनऊ में जमा करने का आदेश दिया गया है.
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कैसे इकट्ठा हो रहे दस्तावेज?
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कल एक पत्र जारी कर प्रत्याशियों प्रमुख नेताओं, निवर्तमान पदाधिकारियों, को कहा है कि अखिलेश यादव को चुनाव आयोग में मतदाता सूची में गलत ढंग से काटे गए नामों की सूची सबूत और दस्तावेज सहित जमा करना है। जिसकी वजह से अपने विधानसभा क्षेत्र और प्रत्येक बूथ की मतदाता सूची में गलत ढंग से काटे गए नामों की सूची बना ली जाए। यही नहीं मतदाता सूची में दर्ज नाम और कटे ना दोनों की मतदाता सूची के पेज भी एकत्र कर लें।
इसके अलावा पत्र में यह भी कहा गया है कि गलत ढंग से जिसका नाम काटा गया है उस व्यक्ति का शपथ पत्र भी देना होगा. शिकायत की फोटोकॉपी भी प्रदेश कार्यालय में जमा करनी होगी. सपा नेता पवन पांडे ने यूपी तक को बताया कि आदेश के बाद सभी नेता इस काम में लग गए हैं और पूरी कोशिश है कि 3 नवंबर को सभी दस्तावेज से पार्टी कार्यालय में सौंप दिया जाए.
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