खतौली उपचुनाव: कवाल कांड में मारे गए गौरव के पिता ने उठाया ये कदम, चुनाव पर पड़ेगा असर!
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में उपचुनावों को लेकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और भाजपा (BJP) आमने-सामने हैं. राजनेता जनता से वोटों की अपील करने के…
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में उपचुनावों को लेकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और भाजपा (BJP) आमने-सामने हैं. राजनेता जनता से वोटों की अपील करने के लिए चुनावी मैदान में उतर चुके हैं. मैनपुरी, रामपुर और खतौली में नेताओं का जमावड़ा लगने लगा है. खतौली उपचुनाव को लेकर भी इस समय पश्चिम उत्तर प्रदेश की सियासत गरम है. यहां समाजवादी पार्टी और रालोद (RLD) के गठबंधन उम्मीदवार मदन भैया चुनाव मैदान में उतरे हैं तो वहीं भाजपा ने राजकुमारी सैनी को मैदान में उतारा है. इसी बीच खतौली विधानसभा से बड़ी खबर सामने आई है.
बता दें कि कवाल कांड में मारे गए गौरव के पिता रविंद्र सिंह ने मंच से भाजपा उम्मीदवार राजकुमारी सैनी को अपना समर्थन दे दिया है. गौरतलब है कि खुद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच पर गौरव के पिता रविंद्र सिंह का पटका पहनाकर स्वागत किया है.
गौरतलब है कि भाजपा से नाराज होकर कवाल कांड में मारे गए मृतक गौरव की मां सुरेश्वती खतौली विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रही थी. चुनाव लड़की के ऐलान के साथ-साथ उन्होंने भाजपा सरकार पर कई आरोप लगाए थे.
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न्याय नहीं मिलने का लगाया था आरोप
आपको बता दें कि, कवाल कांड में मारे गए गौरव के पिता रविंद्र सिंह ने कहा था कि, 9 साल होने के बाद भी उन्हें भाजपा की सरकार में कोई न्याय नहीं मिला. उन्होंने कहा था कि दंगों का फायदा उठाकर भाजपा ने अपनी सरकार को बना ली, लेकिन आज तक हमारे लिए कुछ नहीं किया. इसी के साथ परिवार ने गौरव की मां को निर्दलीय उम्मीदवार बनाकर चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया था.
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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में साल 2013 में हुए दंगों का मुख्य कारण कवाल कांड ही था. दंगों से पहले 27 अगस्त 2013 को मुजफ्फरनगर जनपद के कवाल गांव में गौरव और सचिन की हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद क्षेत्र में दंगे शुरू हो गए थे.
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