खरवार 40 साल से अधिक वक्त से आरएसएस से जुड़े हुए हैं. पहले वह सरस्वती शिशु मंदिर में टीचर थे. बाद में सरकारी स्कूल में सहायक अध्यापक बने. उन्हें इस साल के मार्च के महीने मे रिटायर होना था.
खरवार को जब बीजेपी ने चंदौली की चकिया विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया तो उन्होंने नौकरी से VRS लिया और चुनावी मैदान में उतर गए.