चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने भोर में 4 बजे देखी ज्ञानवापी की फाइल फिर मुस्लिम पक्ष से ये कहा

संजय शर्मा

ADVERTISEMENT

Varanasi
Varanasi
social share
google news

Varanasi: ज्ञानवापी मामले को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. बता दें कि वाराणसी जिला कोर्ट के आदेश के खिलाफ मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था. बता दें कि वाराणसी जिला कोर्ट ने ज्ञानवापी परिसर में स्थित व्यास जी के तहखाने में हिंदू पक्ष को पूजा का अधिकार दे दिया था, जिसके बाद देर रात तहखाने में पूजा भी की गई. इसी को लेकर मुस्लिम पक्ष रात में ही सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया था. 

बता दें कि ज्ञानवापी मस्जिद कमेटी की कानूनी टीम गुरुवार सुबह करीब 3 बजे सुप्रीम कोर्ट पहुंची और कोर्ट के रजिस्ट्रार से संपर्क किया. इस दौरान मुस्लिम पक्ष के वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की कि वह जिला कोर्ट के आदेश पर रोक लगाए. 

4 बजे मुख्य जज चंद्रचूड़ ने देखी मुस्लिम पक्ष की फाइल

मिली जानकारी के मुताबिक, मुस्लिम पक्ष के वकील जिसमें, फुजैल अय्यूबी, निज़ाम पाशा और आकांशा शामिल थे, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और रात 3 बजे कोर्ट के रजिस्ट्रार से बात की. मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट से अपील की कि वह जिला कोर्ट के आदेश पर रोक लगाए और मुस्लिम पक्ष को कानून उपाय तलाशने का समय दे. इस मामले को लेकर मुस्लिम पक्ष के वकीलों और सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार ने करीब 1 घंटे तक बात की. 

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

मिली जानकारी के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार ने सुबह करीब 4 बजे मुख्य न्यायधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ के सामने मामले की फाइल पेश की. इसके बाद मुख्य न्यायाधीश ने मुस्लिम पक्ष से कहा कि वह राहत पाने के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के सामने मामले को रखे.

वाराणसी कोर्ट का आदेश भी जान लीजिए 

बता दें कि इस मामले को लेकर वाराणसी कोर्ट ने आदेश देते हुए कहा था, ‘जिला मजिस्ट्रेट वाराणसी/रिसीवर को निर्देश दिया जाता है कि वह सेटेलमेंट प्लॉट नं. 9130 थाना-चौक, जिला वाराणसी में स्थित भवन के दक्षिण की तरफ स्थित तहखाने, जो कि वादग्रस्त सम्पत्ति है, वादी तथा काशी विश्वनाथ ट्रस्ट बोर्ड के द्वारा नाम निर्दिष्ट पुजारी से पूजा, राग-भोग, तहखाने में स्थित मूर्तियों का कराये और इस उद्देश्य के लिए सात दिन के भीतर लोहे की बाड़ आदि में उचित प्रबंध करें.'

ADVERTISEMENT

कोर्ट के आदेश के कुछ ही देर बाद प्रशासन ने ज्ञानवापी परिसर में मौजूद व्यास जी तहखाने में पूजा-पाठ करवाई थी. फिलहाल ये मामला सुर्खियों में बना हुआ है.

ADVERTISEMENT

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT