दिनेश अरेस्ट पर अजय अभी भी फरार, लखनऊ में 32 साल की महिला को गलत काम कर मारने वाले दोनों भाई निकले
वाराणसी से ट्रेनिंग के लिए लखनऊ आई 32 वर्षीय महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा करने का दावा किया है. पुलिस के अनुसार, इस सनसनीखेज वारदात को दो सगे भाइयों ने मिलकर अंजाम दिया था.
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UP News: वाराणसी से ट्रेनिंग के लिए लखनऊ आई 32 वर्षीय महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा करने का दावा किया है. पुलिस के अनुसार, इस सनसनीखेज वारदात को दो सगे भाइयों ने मिलकर अंजाम दिया था. रेप की कोशिश नाकाम होने पर आरोपियों ने गला घोंटकर महिला की हत्या कर दी. पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी अजय के भाई दिनेश को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अजय अब भी फरार है. अजय पर पहले से एक लाख रुपये का इनमे है और उसपर 23 मुकदमे दर्ज हैं.
कैसे दिया वारदात को अंजाम?
गौरतलब है कि महिला लखनऊ के आलमबाग बस स्टेशन पर उतरी थी और चिनहट जाने के लिए ऑटो में बैठी थी. लेकिन आरोपी ऑटो चालक अजय उसे मलिहाबाद की ओर ले गया और रास्ते में अपने भाई दिनेश को भी ऑटो में बैठा लिया. आरोप है कि सुनसान इलाके में ले जाकर दोनों ने महिला के साथ रेप की कोशिश की, लेकिन जब महिला ने विरोध किया, तो उन्होंने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी.
हत्या के बाद ऐसे हुआ पुलिस का खुलासा
- महिला के भाई ने लोकेशन ट्रैक कर पुलिस को जानकारी दी.
- महिला की लाश मलिहाबाद के वाजिदपुर गांव में आम के बाग में पाई गई.
- शव के कपड़े अस्त-व्यस्त थे और सामान गायब था.
- क्राइम ब्रांच और पुलिस की 5 टीमें इस मामले की जांच में लगी थीं.
फरार आरोपी अजय पर पहले से दर्ज हैं 23 मुकदमे
मुख्य आरोपी अजय लखनऊ के काकोरी, पारा, ठाकुरगंज और मलिहाबाद में सक्रिय अपराधी है. उसके खिलाफ चोरी, लूट और डकैती के 23 मामले दर्ज हैं. पुलिस अब उसे पकड़ने के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है.
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7 पुलिसकर्मी हुए सस्पेंड
इस पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई, जिसके चलते लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया. इनमें इंस्पेक्टर आलमबाग, बस स्टेशन चौकी इंचार्ज, नाइट अफसर, गश्त पर तैनात दो पुलिसकर्मी, पीआरबी प्रभारी और एक सिपाही शामिल हैं.
ऑटो पर नहीं थी नंबर प्लेट, पुलिस को हुई थी मुश्किल
जिस ऑटो में महिला बैठी थी, उस पर नंबर प्लेट नहीं थी. पुलिस को सीसीटीवी में ऑटो की पहचान करने में कठिनाई हुई. गश्त पर तैनात पुलिसकर्मी ऑटो के रूट को ट्रेस नहीं कर पाए, जिससे महिला को बचाने में देरी हुई.
लखनऊ में हुई इस निर्मम हत्या ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा और पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. फरार आरोपी अजय को पकड़ने के लिए पुलिस तेजी से कार्रवाई कर रही है, लेकिन यह मामला प्रशासन की लापरवाही और सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरियों को भी उजागर करता है.