Ram Mandir: कैसा बना है गर्भगृह? राम मंदिर में मार्बल का काम करने वाले धर्मराम-रोहित ने बताया

कुमार अभिषेक

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उत्तर प्रदेश के अयोध्या स्थित नवनिर्मित राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से ठीक पहले यह नगरी पूरी तरह सज-धजकर तैयार हो चुकी है. इस बीच नवनिर्मित राम मंदिर के गर्भगृह को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. राम मंदिर में मार्बल का काम करने वाले धर्मराम चौधरी और रोहित भाटिया ने बताया कि कैसा बना है गर्भगृह और क्या-क्या बना है इस गर्भगृह में.

धर्म राम चौधरी के मुताबिक, गर्भगृह पूरी तरीके से बनकर तैयार है, जबकि रामलला की मूर्ति अंदर पहुंचाई जा चुकी है. पूरे मंदिर की फ्लोरिंग मकराना के जिस सर्वोच्च क्वालिटी के मार्बल से की गई है उसके बारे में इन दोनों ने बताया कि देश और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ मार्बल का इस्तेमाल राम मंदिर के फर्श को बनाने के साथ-साथ गर्भगृह को बनाने में भी किया गया है.

राम मंदिर में 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा समोराह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य गणमान्य हस्तियां उपस्थित रहेंगी.

इस महासमारोह में महज चार दिन शेष हैं और अयोध्या की ओर जाने वाली सभी सड़कें धार्मिक भावनाओं में रंग गयी हैं.

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लखनऊ से अयोध्या जाने वाले राजमार्ग पर जब आप यात्रा करेंगे, तो जगह-जगह राम मंदिर के विशाल पोस्टर लगे हुए पाएंगे. इन पोस्टर पर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की तिथि के साथ-साथ ‘शुभ घड़ी आई, विराजे रघुराई’ जैसे नारे छपे हुए हैं और इस तरह के पोस्टर से अयोध्या की सड़कें भी अटी पड़ी हैं.

राजमार्ग पर पड़ने वाले ज्यादातर होटल और ढाबों पर अयोध्या आने वाले भक्तों का स्वागत करते हुए बैनर लगे हुए दिखाई दिए, जिनपर भगवान राम की तस्वीर मौजूद थी. इनके अलावा भगवान राम की तस्वीर वाले भगवा झंडों के साथ नये मंदिर की तस्वीरें भी लगी हुई हैं.

फैजाबाद शहर से अयोध्या में प्रवेश करने पर आपको अपने आस-पास की फिजा में आध्यात्मिक अनुभूति का अहसास होता है.

अयोध्या में भगवान राम और उनके धनुष एवं बाणों को चित्रित करने वाली कलाकृतियों से सुसज्जित फ्लाईओवर पर लगी स्ट्रीटलाइट और पारंपरिक ‘रामानंदी तिलक’ विषय पर आधारित डिजाइन वाले सजावटी लैंपपोस्ट चहुंओर छटा बिखेर रहे हैं.

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‘रामानंदी तिलक’ माथे पर दो खड़ी सफेद रेखाओं के बीच केंद्र में एक लाल पट्टी बनाकर तैयार किया जाता है और भगवान राम के भक्त आमतौर पर इस प्रकार का तिलक लगाना पसंद करते हैं. कई स्थानीय निवासियों और अन्य स्थानों से अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के माथे पर यह तिलक लगा हुआ देखा जा सकता है.

अयोध्या शहर में राम पथ और धर्म पथ दो मुख्य रास्ते हैं, जो इस वक्त आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं, विशेष तौर पर यहां की साजो-सज्जा मनमोहक है. राम पथ, फैजाबाद शहर के सहादतगंज से अयोध्या शहर के नया घाट चौराहे तक 13 किलोमीटर की दूरी वाला मार्ग है.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ”राम पथ और धर्म पथ दो ऐसे मार्ग हैं, जिन्हें आप कला के बेहतरीन नमूने के तौर पर देख सकते हैं. इन्हें प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अच्छी तरह से सजाया गया है. इन दोनों सड़कों के किनारे स्थापित सजावटी लैंप पोस्ट के डिजाइन लोगों की आस्था का सम्मान करते हुए अयोध्या के विकास को दर्शाते हैं.”

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राम पथ और धर्म पथ, ये दोनों मार्ग लता मंगेशकर चौक पर आकर मिलते हैं, जो दिवंगत सुर साम्राज्ञी के नाम पर एक प्रतिष्ठित चौराहा है. यह चौराहा विशाल बैनर और डिजिटल डिस्प्ले से लैस है, जिसपर ‘प्राण-प्रतिष्ठा’ समारोह से जुड़ी जानकारियां और तस्वीरें यहां आने वाले भक्तों का स्वागत करती हैं. इतनी ही नहीं कुछ पोस्टर पर ‘राम आएंगे’ जैसी पंक्तियां भी लिखी हुई हैं.

धर्म पथ के दोनों छोरों पर ‘सूर्य स्तंभ’ स्थापित किए गए हैं, जो इस मार्ग की भव्यता को बढ़ा रहे हैं, जबकि मार्ग के शुरू और समाप्ति पर ‘रामानंदी तिलक’ और अन्य प्रतीक वाले डिजाइन वाले सजावटी लैंप पोस्ट इस मार्ग की शोभा बढ़ा रहे हैं, यही वजह है कि यहां आने पर आध्यात्मिक अनुभूति का अहसास होता है.

शाम तक, सड़क के दोनों किनारों और धर्म पथ के बीचोबीच (डिवाइडर) स्थित ये अनुकूलित लैंप पोस्ट और सूर्य-थीम वाले स्तंभ, चालू होने पर, एक चमकदार तस्वीर पेश करते हैं. -शाम होते-होते सड़क के दोनों किनारों और धर्म पथ के मध्य किनारे पर लगे ये लैंप पोस्ट और सूर्य-थीम वाले खंभे जब रोशनी से जगमगाते हैं तो किसी का भी मनमोह लेते हैं.

इस मुख्य सड़क के किनारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीरें और उनके ‘विकास और विरासत’ के संदेश वाले कई पोस्टर भी लगे हुए हैं। राम पथ के किनारे बने बस स्टैंड को भी रामायण पर आधारित कलाकृतियों से सजाया गया है। ये कलाकृतियां राहगीरों का ध्यान आकृष्ट कर रही हैं.

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए अयोध्या में सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं. प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर एसपीजी ने भी अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया है. यूपी पुलिस के साथ-साथ अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ के करीब 250 जवान और अधिकारियों को तैनात किया गया है.

यूपी एटीएस की 5 कमांडों टीम के साथ पीएसी और केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 10 से अधिक कंपनी तैनात की गई. अयोध्या रेलवे स्टेशन और पूरे रेलवे परिसर की सुरक्षा के लिए जीआरपी और आरपीएफ के 2000 से अधिक जवान तैनात किए गए.

अयोध्या शहर में निगरानी के लिए 11,000 से अधिक कैमरा को लगाया गया है. सरयू में पीएसी की दो फ्लड कंपनी के साथ 12 मोटर बोट से निगरानी की जा रही है. अयोध्या के भीड़ भाड़ वाले इलाकों में AI based Face Recognition system को सक्रिय किया गया है.

(संतोष शर्मा और भाषा के इनपुट्स के साथ)

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