यूपी की 80 लोकसभा सीटों में एक भी नहीं जीत पाई बसपा, मुस्लिमों से खफा हो मायावती ने कही ये बात
Mayawati on UP Loksabha Election Result: उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों के नतीजे आ गए हैं. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का प्रदर्शन इन चुनावों में बेहद खराब रहा है. बसपा एक भी सीट पर जीत तो नहीं ही दर्ज कर पाई है उल्टे उसका वोट शेयर भी यूपी में सिंगल डिजिट में चला आया है.
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Mayawati on UP Loksabha Election Result: उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों के नतीजे आ गए हैं. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का प्रदर्शन इन चुनावों में बेहद खराब रहा है. बसपा एक भी सीट पर जीत तो नहीं ही दर्ज कर पाई है उल्टे उसका वोट शेयर भी यूपी में सिंगल डिजिट में चला आया है. यूपी में बसपा को इस बार महज 9.39 फीसदी वोट मिले हैं. कांग्रेस को भी बसपा से अधिक 9.46 फीसदी वोट मिले हैं. 2019 के चुनावों में बसपा ने समाजवादी पार्टी से गठबंधन कर 10 लोकसभा सीटें जीती थीं. तब बसपा को 19.43 फीसदी वोट मिले थे. बसपा ने इस बार यूपी में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया था. इस बार के बाद मायावती ने अपना एक बड़ा बयान जारी किया है. मायावती खास तौर पर मुस्लिम वोटर्स पर बिफरी नजर आ रही हैं.
मायावती ने गर्मी में और कई चरणों में चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग पर भी निशाना साधा है. लेकिन सबसे खास बात जो रही वो मुस्लिमों पर निशाना साधने वाली रही है. आपको बता दें कि इस साल लोकसभा चुनाव में बसपा ने सबसे ज्यादा 35 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिए थे. इसके बावजूद एक भी सीट नहीं जीत पाईं.
मुस्लिमों को लेकर मायावती ने क्या कहा?
मायावती के बयान की प्रेस रिलीज बसपा ने जारी की है. इस प्रेस रिलीज में मायावती ने कहा है, 'मेरा यही कहना है कि इस बार चुनाव में अपनी पार्टी बी.एस.पी. का अकेले ही, पार्टी से जुडे लोगों के बलबूते पर बेहतर रिज़ल्ट के लिए जो हर सम्भव पूरा-पूरा प्रयास किया गया है जिसमें खासकर दलित वर्ग में से मेरी खुद की जाति के लोगों ने अधिकांश अपना वोट बी.एस.पी. को देकर जो अपनी अहम मिशनरी भूमिका निभाई है. तो उनका भी मैं विशेषकर पूरे तहेदिल से आभार प्रकट करती हूं. साथ ही बहुजन समाज पार्टी का खास अंग मुस्लिम समाज जो पिछले कई चुनावों में व इस बार भी लोकसभा आमचुनाव में उचित प्रतिनिधित्व देने के बावजूद भी बी.एस.पी. को ठीक से नहीं समझ पा रहा है तो अब ऐसी स्थिति में आगे इनको काफी सोच समझ के ही चुनाव में पार्टी द्वारा मौका दिया जायेगा. ताकि आगे पार्टी को भविष्य में इस बार की तरह भयंकर नुकसान ना हो.'
मुस्लिमों को प्रतिनिधित्व देने पर सोचने की कही बात
मायावती ने साफ तौर पर मुस्लिम वोटर्स से अपनी नाराजगी दिखाई है. हालांकि यूपी लोकसभा चुनावों के पोस्ट पोल आंकड़े आने के बाद ही इस बात का सही आकलन हो पाएगा कि मायावती जिस दलित वोट बैंक के अपने साथ होने का दावा कर रही हैं, उसमें कितनी टूट हुई और ये किसकी ओर गया.
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मायावती का पूरा बयान यहां नीचे पढ़िए
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