कानून के हाथ लंबे होते हैं! एटा में युवती को भगाने के मामले में आरोपी 40 साल बाद गिरफ्तार
कहावत है कि कानून के हाथ लंबे होते हैं और इससे अपराधी लाख कोशिश करने के बावजूद भी नहीं बच सकता है. यूपी के एटा…
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कहावत है कि कानून के हाथ लंबे होते हैं और इससे अपराधी लाख कोशिश करने के बावजूद भी नहीं बच सकता है. यूपी के एटा में इस कहावत को सच सिद्ध होते देखा जा सकता है. यहां युवती को भगाने के मामले में एक आरोपी को 40 साल बाद गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेजा गया.
आरोपी पिछले चालीस सालों से कोर्ट और पुलिस को चकमा देकर दिल्ली में रहकर काम कर रहा था.
क्या था पूरा मामला
आरोपी ताराचंद्र पर साल 1982 में एक युवती को भगाने का आरोप लगा था, जिसमें कुछ समय बाद ही पुलिस ने युवती को बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. गिरफ्तारी के बाद ताराचंद्र हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद दिल्ली भाग गया और दिल्ली के गोविंदपुरी में मकान बना कर रहने लगा. लेकिन इन बीते सालों में आरोपी कोर्ट के बार-बार तलब करने के बावजूद भी न्यायालय में पेश नहीं हो रहा था.
पुलिस द्वारा आरोपी ताराचंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेजने के बाद जिला कोर्ट ने आरोपी को दोषी पाया था. मगर आरोपी ने हाई कोर्ट में अपील की, तो उसे वहां से जमानत मिल गई थी और वह जेल से बाहर आ गया था.
जमानत के बाद इन चालीस सालों में कोर्ट ने आरोपी को कई बार तलब किया, लेकिन न तो ताराचंद्र कोर्ट पहुंच रहा था और ना ही पुलिस उसका कोई सुराग लगा पा रही थी. बार-बार तलब करने के बाद कोर्ट ने आरोपी ताराचंद्र के विरुद्ध गैर-जमानती वॉरंट जारी कर दिया.
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गैर-जमानती वॉरंट जारी होने के बाद पुलिस ने ताराचंद्र की गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज कर दिया. पुलिस ने जब आरोपी के रिश्तेदारों को सर्विलांस पर लिया तब जाकर उसकी लोकेशन ट्रेस हुई. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
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