कानपुर: जिस पिस्टल से 8 साल पहले पिता ने किया था सुसाइड उसी हथियार से बेटे ने ली अपनी जान

सिमर चावला

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Kanpur News: कानपुर में पूर्व सपा एमएलसी दिलीप सिंह के भतीजे आलोक यादव ने शुक्रवार को अपने घर में अपने भाई की लाइसेंसी पिस्टल से आत्महत्या कर ली. हत्या की वजह अभी सामने नहीं आई है. लेकिन जांच में यह निकल कर आया कि इसी पिस्टल से 8 साल पहले आलोक के पिता ने भी आत्महत्या की थी. इस घटना के बाद फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और पिस्टल को जांच के लिए भेज दिया.

पूर्व सपा एमएलसी के परिवार का मामला

जांच में सामने आया है कि सितंबर 2015 में इसी पिस्टल से एमएलसी के भाई सुभाष ने भी सुसाइड किया था. तब यह पिस्टल सुभाष के नाम थी और उनकी मौत के बाद मैं पिस्टल उसके बड़े बेटे के नाम पर ट्रांसफर हो गई. गौरतलब है की पूर्व सपा एमएलसी दिलीप सिंह उर्फ कल्लू यादव कद्दावर नेता है और यह आरोप लग रहा है कि अपने रसूख के चलते 8 साल में उन्होंने प्रशासन द्वारा इस असली को निरस्त नहीं होने दिया. जिसका नतीजा यह है कि 8 साल बाद एक बार फिर से उनके भतीजे में उसी पिस्टल से अपनी जान ले ली.

सामने आई ये जानकारी

गौतलब है की जो पिस्टल घटनास्थल से बरामद की गई है. उसके ऊपर 9 एमएम लिखा हुआ है जबकि 9 एमएम के कारतूस वाली पिस्टल भारत में बैन है और सिर्फ सरकारी अवसरी उसे इस्तेमाल कर सकते हैं. वहीं इस मामले में डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार का कहना है कि, ‘बरामद 32 बार की पिस्टल पेरिस की लामा कंपनी की बताई जा रही है जिनका 9 एमएम ब्रांड नेम है,इसका ऑल ऑल इंडिया परमिट है, पिस्टल का उसका कारतूस 8.58 एमएम का है जो की प्रतिबंधित नही है, तब भी जांच के लिए पिस्टल को फॉरेंसिक लैब भेज दिया गया है और बात भी बातों की पुष्टि रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगी.’

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घटना के बाद जब घरवाले दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंचे तो मौके पर देखा कि आलोक के हाथ में पिस्टल फंसी हुई है और कमरे में खून फैला हुआ है. जल्दबाजी में घरवालों द्वारा आलोक को प्राइवेट अस्पताल में ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.

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