सफाई कर्मी की पुलिस कस्टडी में मौत? परिजनों से मिलने जा रहीं प्रियंका को पुलिस ने रोका

यूपी तक

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उत्तर प्रदेश के आगरा में कथित तौर पर पुलिस हिरासत में सफाईकर्मी अरुण वाल्मीकि की संदिग्ध मौत के मामले में राजनीति तेज हो गई है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मृतक अरुण वाल्मीकि के परिजनों से मिलने के लिए लखनऊ से आगरा रवाना हुईं, लेकिन उनके काफिले को पुलिस ने आगरा एक्सप्रेस-वे पर रोक दिया है.

इस मौके पर प्रियंका गांधी ने कहा, “क्या आगरा में पुलिस हिरासत में मारे गए अरुण वाल्मीकि के लिए न्याय मांगना अपराध है? भाजपा सरकार की पुलिस मुझे आगरा जाने से क्यों रोक रही है. क्यों हर बार न्याय की आवाज को दबाने की कोशिश की जाती है? मैं पीछे नहीं हटूंगी.”

यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, “मुख्यमंत्री जी, आखिर आगरा में क्या छुपाना चाहती है आपकी सरकार? पुलिस के दम पर मुझसे, हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ धक्का-मुक्की, बदसुलूकी करवा अपनी तानाशाही राजनीति का परिचय मत दो. कांग्रेस पार्टी पीछे नहीं हटेगी, जुल्म नहीं सहेगी। पीड़ित वाल्मीकि परिवार से मिलकर रहेंगे.”

बता दें कि पिछले दिनों जगदीशपुर थाने के माल खाने से 25 लाख रुपये चोरी हो गए थे. पुलिस ने इस मामले में सफाई कर्मचारी अरुण को पकड़ा था. अब पुलिस हिरासत में युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. मृतक अरुण के भाई सोनू की तहरीर पर जगदीशपुर थाने में धारा 302 के तहत अज्ञात पर केस दर्ज किया गया है.

प्रियंका गांधी ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए यूपी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, ‘किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है? आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है. भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उप्र सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है. उच्चस्तरीय जांच व पुलिस वालों पर कार्रवाई हो व पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले.’

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आगरा पुलिस का क्या है दावा

इस मामले को लेकर आगरा के एसएसपी ने बताया, ‘पीएस जगदीशपुरा में थाना मालखाने में नकबजनी हुई थी. इसमें 25 लाख रुपये की चोरी हुई थी. इस मामले में केस दर्ज कर पुलिस ने कई संदिग्ध लोगों की पूछताछ की थी.”

आगरा एसएसपी ने आगे बताया, “पुलिस ने 19 अक्टूबर को अरुण नामक व्यक्ति को भी हिरासत में लिया. उनकी निशानदेही पर उनके घर से 15 लाख रुपये की रिकवरी हुई है. उसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ी. अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस मामले में परिजनों की तरफ से भी केस किया गया है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद विधि सम्मत कार्रवाई की बात कही जा रही है.”

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