कानपुर में 74 साल के पिता ने की बेटे-बहू की हत्या, बोला- कोई अफसोस नहीं है
चौहत्तर साल की उम्र में जब आदमी को किसी सहारे की जरूरत होती है उसी उम्र में कानपुर में एक पिता ने खुद अपने बेटे-बहू…
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चौहत्तर साल की उम्र में जब आदमी को किसी सहारे की जरूरत होती है उसी उम्र में कानपुर में एक पिता ने खुद अपने बेटे-बहू का गला काटकर हत्या कर डाली. इतना ही नहीं उसे इस बात का कोई अफसोस भी नहीं कि उसने अपने ही चिराग को अपने हाथों से काट डाला.
ये दोनों हत्याएं उसने बुधवार रात को साढ़े बारह बजे की थी, जब कमरे में बेटे- बहू सो गए थे. दोनों आईपीएल मैच देखकर ऐसा सोए कि फिर उठे ही नहीं. पुलिस का कहना है कि पिता घर में रोज-रोज होने वाले विवाद से परेशान था, जबकि पिता कह रहा है कि वजह अपने मुंह से बता नहीं सकता. मजबूर हो गया था. बेटे ने एक साल पहले ही सामूहिक विवाह समारोह में शादी की थी.
27 वर्षीय शिवम और पच्चीस वर्षीय जूली इस फोटो में जिस बुजुर्ग के पैर छू रहे हैं वह शिवम के चौहत्तर वर्षीय पिता शिव कुमार तिवारी हैं. एक साल पहले ही शिवम और जूली ने सामूहिक विवाह में शादी की थी, लेकिन दोनों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि एक साल बाद 18 मई की आधी रात को यही पिता दोनों के गला बेरहमी से काट देगा.
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शिव कुमार तिवारी ने बेटे-बहू को मारने के बाद पहले तो अपराध छिपाने की कोशिश की, लेकिन कुछ देर बाद अपना अपराध मान लिया. आरोपी पिता का कहना है कि दोनों को दो-दो चाकू मारकर गर्दन काट दी, जब वे सो रहे थे. मुझे मजबूरी में कत्ल करना पड़ा. मैं परेशान हो गया था.
लव अफेयर था बेटे-बहू का
आरोपी अपने बेटे-बहू के साथ बजरिया में रहते थे. शिवम और जूली में लव अफेयर था जिसके चलते दोनों ने एक साल पहले शादी की थी. शुरू में सब ठीक था, लेकिन एक महीने बाद ही घर में पैसे को लेकर आपस में विवाद शुरू हो गया. इसके अलावा परिवार में कुछ अन्य मामले भी थे, जिनके बारे में खुद आरोपी बताने से कतराता रहा है. पिता ने दोनों का कत्ल रात में करने के बाद पानी के कटोरे में आराम से हाथ धोये. फिर दूसरी जगह जाकर सो गया. सुबह पांच बजे जब पड़ोसियों ने दोनों के कत्ल की सूचना पुलिस को दी तो पुलिस भी हैरान थी, कि घर में न लूट हुई न झगड़ा तो मर्डर किसने कर दिया. पिता से जब पूछताछ शुरू की तो मामला खुलता चला गया.
मामले का खुलासा करते हुए डीसीपी पश्चिम बीबी जीटीएस मूर्ति ने बताया कि इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाला कोई और नहीं बल्कि लड़के का पिता ही निकला. आरोपी पिता शिवकुमार तिवारी ने बताया कि घर में 5 सदस्य हैं. जिसमें सभी शारीरिक रोगों से ग्रस्त हैं. वर्तमान में उनकी आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है और कमाई का एक मात्र साधन भी जो दुकान थी उसके किराए में भी भारी इजाफा हो रहा था.
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पहले से ही इलाज कराने के लिए कर्ज में डूबे शिवकुमार तिवारी चाकू से बेटे और बहू की हत्या कर दी. शिवकुमार तिवारी ने बताया कि बीते 5 महीनों से वह नरक की जिंदगी जी रहे थे. घर के सभी सदस्यों समेत शिवकुमार तिवारी खुद भी रोगों से ग्रस्त थे. अब ना कोई इलाज कराने के लिए पैसा था बल्कि 2 की रोटी भी जुटा पाना मुसीबत हो रहा था. जिसके चलते उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है.
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