Amarmani Tripathi को एक पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने भेजा जेल, खबर फैलते ही मच गया था बवाल..
सजायाफ्ता पूर्वांचल के बाहुबली अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि जेल से रिहा होंगे.
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सजायाफ्ता पूर्वांचल के बाहुबली अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि जेल से रिहा होंगे.
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तारीख थी 9 मई 2003, लखनऊ के निशातगंज स्थित पेपर मिल कॉलोनी में ताबड़तोड़ गोलियां चली और उस जमाने की मशहूर कवयित्री मधुमिता शुक्ला की हत्या कर दी गई. जिस समय मधुमिता की हत्या हुई, उस समय उसकी उम्र 22 साल थी. पुलिस अधिकारियों को गोली चलने की जानकारी मिली. पुलिस अधिकारी जैसे ही घटना स्थल पर पहुंचे, मृतका को देखते ही सभी सन्न रह गए. माना जाता है कि पुलिस अधिकारियों को पहले से ही बाहुबली नेता अमरमणि त्रिपाठी और मृतका मधुमिता शुक्ला के संबंधों की जानकारी थी. उस जमाने में अमरमणि कद्दावर मंत्रियों में शुमार थे. ऐसे में पुलिस अधिकारियों ने अपने उच्च अधिकारियों को मामले की सारी जानकारी दे दी. मगर इस केस में फिर जो सामने आया, उसने सभी को सकते में डाल दिया
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The date was May 9, 2003, in the Paper Mill Colony located in Nishatganj, Lucknow, there was a lot of firing and Madhumita Shukla, the famous poetess of that era, was murdered. Madhumita was 22 years old when she was murdered. Police officers received information about shots being fired. As soon as the police officers reached the spot, everyone was shocked to see the deceased. It is believed that the police officers were already aware of the relationship between Bahubali leader Amarmani Tripathi and the deceased Madhumita. Shukla.Amarmani was one of the tallest ministers in those days. In such a situation, the police officers gave all the information about the matter to their higher officials. But what came to the fore in this case, put everyone in a quandary.
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