संभल में होली और जुमे की नमाज से पहले 1015 लोग हिरासत में लिए गए! क्या होने जा रहा है?
Holi news Sambhal: यूपी के संभल में शुक्रवार को होली और जुमे की नमाज को देखते हुए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए1015 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
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Holi news Sambhal: यूपी के संभल में शुक्रवार को होली और जुमे की नमाज को देखते हुए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 1015 लोगों को हिरासत में लिया है. इसके अलावा, धार्मिक स्थलों को ढकने, सीसीटीवी निगरानी और पुलिस बल की तैनाती जैसी व्यवस्थाएं भी की गई हैं. इस बीच बुधवार को स्थानीय प्रशासन के निर्देश पर संभल की जामा मस्जिद को तिरपाल से ढक दिया गया है.
क्यों हिरासत में लिए गए 1015 लोग?
संभल एसडीएम डॉ. वंदना मिश्रा ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया है कि धारा 126 और धारा 135 के तहत 1015 लोगों को हिरासत में लिया गया है. प्रशासन का कहना है कि यह कदम शांति बनाए रखने के लिए उठाया गया है.
मस्जिदों को ढकने का फैसला
संभल के एएसपी श्रीश चंद्र ने बताया कि होली जुलूस के रास्ते में आने वाले सभी 10 धार्मिक स्थलों को ढका जाएगा ताकि किसी की भावनाएं आहत न हों. स्थानीय समुदायों के बीच इस पर सहमति बनी है. इसी क्रम में जामा मस्जिद को ढक भी दिया गया है.
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कड़ी सुरक्षा, ड्रोन से निगरानी और फ्लैग मार्च
संभल के डीएम राजेंद्र पेंसिया ने सुरक्षा इंतजामों की जानकारी देते हुए कहा कि "होली पर निकलने वाले मेलों और जुलूसों की संख्या 16 है. प्रत्येक मोहल्ले और गांव में शांति समिति की बैठकें की गई हैं. जिले में कुल 27 क्विक रिस्पांस टीमें बनाई गई हैं. छह ज़ोन और 29 सेक्टरों में मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गई है."
डीएम ने बताया कि प्रत्येक थाना प्रभारी और मजिस्ट्रेट को संवेदनशील इलाकों में गश्त करने के निर्देश दिए गए हैं. तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के तहत पीएसी की तैनाती की गई है. पूरे जिले में 250 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जबकि नगर पालिका की मदद से हर त्योहार पर 100-150 अतिरिक्त कैमरे लगाए जाते हैं.
ड्रोन से निगरानी के साथ ही डीआईजी के नेतृत्व में फ्लैग मार्च भी निकाला गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके.
पहले भी की गई थी शांति बैठकें
होली से पहले 6 मार्च को शांति समिति की बैठक की गई थी, जिसमें सभी समुदायों के प्रतिनिधियों को बुलाकर शांति बनाए रखने की अपील की गई थी. प्रशासन के इन कड़े कदमों से साफ है कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड में है. हिरासत में लिए गए 1015 लोगों पर आगे क्या कार्रवाई होगी, यह स्थिति के हिसाब से तय किया जाएगा.