जानें, कौन हैं अखिलेश के करीबी मनोज यादव जिनपर पड़ा इनकम टैक्स का छापा, घर भी देखें
शनिवार, 18 दिसंबर को यूपी की राजनीति में उस वक्त खलबली मच गई जब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबियों पर ताबड़तोड़ इनकम…
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शनिवार, 18 दिसंबर को यूपी की राजनीति में उस वक्त खलबली मच गई जब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबियों पर ताबड़तोड़ इनकम टैक्स के छापे पड़े. अन्य नेताओं के अलावा अखिलेश के करीबी आरसीएल ग्रुप के मालिक मनोज यादव और एसपी के राष्ट्रीय महासचिव राजीव राय के घर पर भी छापेमारी हुई है.
आपको बता दें कि मैनपुरी में एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के करीबी माने जाने वाले आरसीएल ग्रुप के मालिक मनोज यादव के आवास पर शनिवार सुबह तड़के आयकर विभाग टीम ने डेरा डाल दिया. इनकम टैक्स अधिकारी करीब 12 गाड़ियों के काफिले को लेकर पहुंचे. पूरे घर को सुरक्षाबलों ने घेर लिया और किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी.
बताया जा रहा है कि मनोज यादव के आवास पर मौजूद सभी से पूछताछ हुई है. मनोज यादव राजकीय ठेकेदार हैं और सैफई परिवार में अखिलेश यादव के बेहद करीबी बताए जाते हैं. मनोज यादव की पत्नी घिरोर से ब्लॉक प्रमुख रही चुकी हैं. मनोज यादव की RCL कंपनी का सालाना टर्नओवर 100 से 500 करोड़ तक बताया जाता है. मैनपुरी शहर कोतवाली के अंतर्गत मोहल्ला बंसी गोहरा में मनोज यादव का आवास है.
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करीबी नेताओं पर इनकम टैक्स की छापेमारी के बाद अखिलेश यादव की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है. अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, ‘भाजपा का हार का डर जितना बढ़ता जायेगा, विपक्षियों पर छापों का दौर भी उतना बढ़ता जाएगा फिर भी सपा का रथ व हर कार्यक्रम बदस्तूर चलता जाएगा. अब तो जनता पूरी तरह भाजपा के ख़िलाफ़ विपक्ष के साथ खड़ी है, अब क्या बाइस के लिए भाजपा सरकार उप्र की बाइस करोड़ जनता के यहाँ छापे डालेगी.’
रायबरेली की यात्रा के दौरान अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी चुनाव से ठीक पहले हुई इस छापेमारी का मामला उठाया. अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा है कि जैसे ही चुनाव करीब आया है, इनकम टैक्स भी चुनाव लड़ने यूपी आ गया है. अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी भी कांग्रेस के रास्ते पर चल पड़ी है और चुनाव में हार को देखते हुए इमकम टैक्स, ईडी, सीबीआई जैसी संस्थाओं का इस्तेमाल कर डराने की कोशिश कर रही है.
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