अपना दल (कमेरावादी) की संस्थापक कृष्णा पटेल ने की नीतीश कुमार से मुलाकात
अपना दल (कमेरावादी) की संस्थापक कृष्णा पटेल (Krishna Patel) ने पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से सोमवार को भेंट की और…
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अपना दल (कमेरावादी) की संस्थापक कृष्णा पटेल (Krishna Patel) ने पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से सोमवार को भेंट की और कुमार के साथ अपने दिवंगत पति सोनेलाल पटेल (Sonelal Patel) के लंबे जुड़ाव को याद किया.
कृष्णा पटेल ने यहां कुमार से उनके सरकारी आवास पर भेंट की. उसके बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘ मेरे पति की नीतीश जी से लंबी दोस्ती थी. विपक्षी एकता कायम करने की उनकी (नीतीश जी की) कोशिश सराहनीय है, लेकिन यह विषय हमारी भेंट का एजेंडा नहीं था.’’
उनसे अलग रह रहीं उनकी बेटी अनुप्रिया पटेल की अगुवाई वाले अपना दल (सोनेलाल) ने हालांकि कहा कि इस भेंट की कोई खास प्रासंगिकता नहीं है. उसने कहा , ‘‘ अबतक वह (कृष्णा पटेल) सभी विधानसभा चुनाव हार गयी हैं.’’
अनुप्रिया पटेल की पार्टी राजग में सहयोगी दल है और वह खुद केंद्रीय मंत्री हैं. कृष्णा पटेल की दूसरी बेटी पल्लवी पटेल ने इस साल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता केशव प्रसाद मौर्य को हराया था. करीब तीन दशक पहले सोनेलाल पटेल ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के तहत सशक्त समूह कुर्मियों को पृथक मंच प्रदान करने के मकसद से अपना दल की स्थापना की थी.
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उनकी मृत्यु के बाद अनुप्रिया पटेल ने कुछ समय तक पार्टी की अगुवाई की, लेकिन उपचुनाव में अपने पति को टिकट देने पर परिवार में मतभेद पैदा हो गया और अपना दल का विभाजन हो गया.
अपना दल (सोनेलाल) के सूत्र ने कहा, ‘‘ कृष्णा जी और नीतीश के बीच बैठक की कोई खास प्रासंगिकता नहीं है, क्योंकि उन्होंने (कृष्णा पटेल) अबतक जितने विधानसभा चुनाव लड़े, सभी में वह हार गयीं। वह 2007 में भी विधानसभा चुनाव हार गयी थीं, जब वह भाजपा-जद(यू) और अपना दल गठबंधन की संयुक्त प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में उतरी थीं.’’
कुमार के साथ कृष्णा पटेल की बैठक ऐसे समय हुई है, जब चर्चा है कि राष्ट्रीय राजनीति में भूमिका निभाने के आकांक्षी कुमार उत्तर प्रदेश से अगला लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं.
उत्तर प्रदेश में जनता दल (यू) नेताओं का मत है कि लंबे समय से बिहार के मुख्यमंत्री पद पर आसीन कुमार को कुर्मी बहुल फूलपुर और मिर्जापुर से चुनाव लड़ना चाहिए। जवाहरलाल नेहरू ने फूलपुर संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था.
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