उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में गोरखपुर की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जा रही है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि यहां से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव लड़ रहे हैं और इस जंग को जीतने के लिए समाजवादी पार्टी (एसपी) ने जातीय समीकरण साधने की पूरी कोशिश की है. एसपी ने गोरखपुर की 9 विधानसभा सीटों में से 7 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं.
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समाजवादी पार्टी ने जिले की 7 महत्वपूर्ण सीटों पर अपने जातीय गणित का प्रयोग करते हुए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. एसपी ने इस बार एक ताकतवर ब्राह्मण नेता विनय शंकर तिवारी को अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं, दो दलित सीटों पर रुपावती बेलदार और डॉ. संजय पर भरोसा जताया है. ऐसा कहा जा रहा है कि समाजवादी पार्टी इस बार अपने जातीय गणित से बीजेपी को कड़ी टक्कर देना चाहती है.
बता दें कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन ने 2017 का विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ा था. इस दौरान गोरखपुर सदर सीट से राणा राहुल सिंह और कैंपियरगंज से एसपी की पूर्व जिला अध्यक्ष चिंता यादव ने चुनाव लड़ा था, लेकिन इन दोनों सीट पर इन्हें हार का सामना करना पड़ा और इन दोनों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी की विजय हुई थी.
समाजवादी पार्टी ने भरोसा जताकर जिन उम्मीदवारों को टिकट दिया है, वे बीजेपी को योगी आदित्यनाथ के ‘गढ़’ में कितनी टक्कर देंगे, आने वाले समय में यह देखना अहम होगा.
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