24 फरवरी 2023 को आखिर ऐसा क्या हुआ जिसके बाद प्रयागराज से खत्म हुआ अतीक नाम का चैप्टर!

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24 Feb 2024 (अपडेटेड: 24 Feb 2024, 06:21 PM)

आज ही के दिन यानी 24 फरवरी को पिछले साल उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में तब सनसनी मची थी जब दिन दहाड़े राजू पाल हत्याकांड केस के मुख्य गवाह उमेश पाल की बदमाशों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी.

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Prayagraj Atiq Ahmed News: आज ही के दिन यानी 24 फरवरी को पिछले साल उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में तब सनसनी मची थी जब दिन दहाड़े राजू पाल हत्याकांड केस के मुख्य गवाह उमेश पाल की बदमाशों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी. इस1 साल में हत्याकांड में शामिल 7 लोगों में अब तक चार को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है. तो वहीं, अभी भी उमेश पाल और दो पुलिसकर्मियों के हत्या के 5 लाख के इनामी गुड्डू मुस्लिम और साबिर अरमान फरार हैं. इस हत्याकांड की आरोपी और माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन भी फरार है. बता दें कि उमेश पाल और दो पुलिसकर्मियों की हत्या के 1 साल पूरे होने पर उमेश पाल के परिजनों ने आज श्रद्धांजलि सभा आयोजित की. 

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इस श्रद्धांजलि सभा में सभी ने उमेश पाल और दोनों पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी. वही श्रद्धांजलि सभा में दो फूल चढ़ाने वाले कुछ लोग ऐसे थे, जिन्होंने अभी भी बचे आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की. श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने आए लोगों का यह भी कहना है जब तक ये अपराधी बाहर रहेंगे, तब तक उमेश पाल के परिवार को खतरा बना रहेगा.

क्या हुआ था पिछले साल 24 फरवरी को जिसके बाद अतीक के आतंक का हुआ अंत?

गौरतलब है कि प्रयागराज के बहुचर्चित राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके 2 सुरक्षाकर्मियों की बदमाशों ने  गोली मारकर हत्या कर दी थी. धूमनगंज थानाक्षेत्र में उमेश पाल के घर के बाहर माफिया अतीक के बेटे समेत अन्य बदमाशों ने बम और गोली से उन पर हमला किया था.  उल्लेखनीय है कि राजू पाल बहुजन समाज पार्टी के विधायक थे और 2005 में उनकी हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल उस हत्याकांड के मुख्य गवाह थे. राजू पाल की हत्या में मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद था. इसलिए अतीक इस उमेश पाल हत्याकांड का मास्टरमाइंड बताया गया.

 

 

प्रयागराज से खत्म हुआ अतीक नाम का चैप्टर!

वो कहते हैं न कि माफियागिरी और गुंडई कितनी भी बड़ी हो जाए, उसका एक न एक दिन अंत जरूर होता है. इस बात को तो खुद अतीक ने भी माना था कि उसकी माफियागिरी अब खत्म हो गई थी. मगर उसे यह नहीं पता था कि उमेश पाल की हत्या के बाद उसका पूरा साम्राज्य नष्ट हो जाएगा और परिवार बर्बाद.

आपको बता दें कि अतीक और उसके भाई अशराफ की हत्या की जा चुकी है. उसके तीसरे नंबर के बेटे असद की एनकाउंटर में मौत हो गई है. पत्नी शाइस्ता पर भी इनाम घोषित है और वह फिलहाल फरार चल रही है. असद से बड़े दो बेटे जेल में हैं. असद के गुर्गों को पुलिस गिरफ्तार करने में लगी है. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि प्रयागराज से अब अतीक नाम का चैप्टर अपने अंत की तरफ है.

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