रमजान का महीना चल रहा है. ऐसे में रविवार, 1 मई को लखनऊ में मुस्लिम धर्मगुरुओं ने चांद का दीदार करने के लिए एहतिमाम किया, लेकिन चांद नजर नहीं आया. इस वजह से सोमवार को रमजान महीने का 30वां रोजा मनाया जाएगा. इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ईदगाह के मौलाना और सुन्नी धर्मगुरु खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया कि,लखनऊ में आज चांद देखा नहीं गया और न ही पूरे मुल्क में कहीं कोई ऐसी जानकारी मिली, जिसके चलते सोमवार को तीसवां रोजा होगा और पूरे मुल्क में 3 मई को ईद मनाई जाएगी.
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जानकारी के मुताबिक ईद-उल-फित्र की नमाज लखनऊ ईदगाह में 10 बजे होगी. खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि इस मौके पर सभी को मैं ईद की बधाई पेश करता हूं. वहीं शिया धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि आज 29वें रोजे में चांद नजर नहीं आया कल (सोमवार को) 30वां रोजा होगा और परसों ईद मनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि हम इस मौके पर देशवासियों को ईद की मुबारकबाद पेश करने के साथ-साथ अपने मुल्क के अंदर आपसी भाईचारा के और मजबूत होने की दुआ करते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि वे लोग जो नफरत का बीज बोकर हिंदुस्तान के अंदर भाईचारे को खत्म करने की बात कह रहे हैं, उनके हौसले टूट जाएं और वह अपने मकसद में नाकामयाब रहें, इसीलिए मैं गुजारिश है कि नमाज के बाद सब लोग दुआ करें. सैफ अब्बास ने कहा कि हमारी दुआ है कि जो कोरोना महामारी है वह दुनिया से पूरी तरह खत्म हो जाए और जो बीमार हैं, वे स्वस्थ हो जाएं.
आपको बता दें कि दिल्ली समेत देश के किसी भी हिस्से में रविवार को ईद का चांद नजर नहीं आया, इसलिए ईद-उल-फित्र का त्योहार मंगलवार को मनाया जाएगा तथा सोमवार को 30वां और आखिरी रोज़ा होगा. फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मौलाना मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में ईद का चांद नज़र नहीं आया है, इसलिए ईद का त्योहार मंगलवार तीन मई को मनाया जाएगा.
उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश,, बंगाल, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान समेत किसी भी राज्य से चांद दिखने की खबर नहीं मिली है.” उन्होंने कहा कि सोमवार को 30वां रोज़ा होगा और शव्वाल (इस्लामी कैलेंडर के 10वें महीने) की पहली तारीख मंगलवार को होगी. शव्वाल के महीने के पहले दिन ईद होती है.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)
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