सच्चा विजन आंखों से नहीं इरादों से आता है... सरकारी टीचर से IAS बनने वाली आयुषी डबास की सक्सेस स्टोरी
निष्ठा ब्रत
• 03:41 PM • 26 Sep 2025
IAS अधिकारी आयुषी डबास, जो बचपन से दृष्टिबाधित हैं, ने कौन बनेगा करोड़पति (KBC) में ₹25 लाख जीतकर पूरे देश को अपनी मेहनत और हौसले से प्रेरित किया. UPSC में ऑल इंडिया रैंक 48 लाकर वे अब तक की सबसे उच्च रैंकिंग नेत्रहीन उम्मीदवार बनीं.
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IAS अधिकारी आयुषी डबास ने यह साबित कर दिया है कि अगर हौसले बुलंद हों, तो कोई भी चुनौती सफलता की राह में रुकावट नहीं बन सकती. दृष्टिबाधित होने के बावजूद उन्होंने न सिर्फ UPSC जैसी कठिन परीक्षा में टॉप रैंक हासिल की, बल्कि हाल ही में 'कौन बनेगा करोड़पति (KBC)' में भाग लेकर 25 लाख की राशि भी जीती.


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वसंत विहार की एसडीएम और IAS अधिकारी आयुषी डबास ने टीवी शो कौन बनेगा करोड़पति (KBC) सीजन 17 में शानदार प्रदर्शन करते हुए 25 लाख रुपए जीते. शो के होस्ट अमिताभ बच्चन ने उनकी हिम्मत और जज़्बे की काफी तारीफ की.
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आयुषी बचपन से ही नेत्रहीन हैं, लेकिन उन्होंने कभी अपने सपनों को कमजोर नहीं पड़ने दिया. तमाम कठिनाइयों के बावजूद उन्होंने पढ़ाई और जीवन में लगातार सफलता हासिल की.


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दिल्ली के रानीखेड़ा की रहने वाली आयुषी पहले एक नगर निगम स्कूल में शिक्षक थीं और साथ ही कॉलेज की पढ़ाई भी कर रही थीं. कॉलेज के तीनों सालों में टॉप करने के बाद, उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू की और 2022 में ऑल इंडिया रैंक 48 के साथ सफल रहीं. बता दें कि आयुषी अब तक की सबसे टॉप रैंकिंग दृष्टिबाधित उम्मीदवार बनीं हैं.
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KBC के मंच पर पहुंचने के बाद उन्होंने बताया कि ये शो उनके परिवार के लिए एक भावना जैसा है. उनका परिवार मिलकर शो देखा करता था और अमिताभ बच्चन की मेहमाननवाज़ी की बातें करता था.


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जब उन्हें 50 लाख रुपए का सवाल पूछा गया (जो कल्पना चावला से जुड़ा था), तब तक उन्होंने सभी लाइफलाइन इस्तेमाल कर ली थीं. उत्तर न पता होने के कारण उन्होंने गेम छोड़ना बेहतर समझा और 25 लाख रुपए लेकर बाहर हो गईं.
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आयुषी ने बताया कि उनकी मां की ख्वाहिश थी कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमिताभ बच्चन से मिलें. KBC में शामिल होकर आयुषी ने अपनी मां का यह सपना भी पूरा कर दिय.


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अपनी सफलता से आयुषी डबास ने साबित कर दिया कि सच्चा विजन आंखों से नहीं, इरादों से आता है. उनकी कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है जो किसी भी तरह की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं.
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