होली पर लगेगा साल का पहला चंद्र ग्रहण, इन 4 राशि के लोगों के लिए संकट
यूपी तक
• 10:41 AM • 12 Mar 2025
होली के शुभ अवसर पर इस साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. यह ग्रहण 25 मार्च 2024 को रात 10:23 बजे शुरू होगा और 26 मार्च को 02:32 बजे तक रहेगा.
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होली के शुभ अवसर पर इस साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. यह ग्रहण 25 मार्च 2024 को रात 10:23 बजे शुरू होगा और 26 मार्च को 02:32 बजे तक रहेगा. भारत सहित कई देशों में इसे देखा जा सकेगा. इस ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा, लेकिन ज्योतिष के अनुसार, चार राशियों के लिए यह विशेष रूप से संकटकारी साबित हो सकता है. हमारे सहयोगी चैनल एस्ट्रो Tak पर ज्योतिषी डॉक्टर नीति शर्मा ने इस बारे में विस्तार से बताया है.


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ग्रहण के दौरान ग्रहों की चाल बदलने से कुछ राशियों को विशेष रूप से सतर्क रहने की जरूरत है. खासतौर पर कन्या, कुंभ, वृषभ और वृश्चिक राशि के जातकों को मानसिक तनाव, पारिवारिक कलह, आर्थिक हानि और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इस दौरान कुछ उपायों को अपनाकर नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है.
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इस ग्रहण के दौरान कन्या राशि के जातकों को मानसिक अशांति का सामना करना पड़ सकता है. चंद्रमा और केतु की युति इनके मन को अस्थिर कर सकती है, जिससे स्वभाव में चिड़चिड़ापन और गुस्सा बढ़ सकता है. इसके अलावा, परिवार में किसी के साथ मतभेद या विवाद की स्थिति बन सकती है. सेहत पर भी इस ग्रहण का असर देखने को मिलेगा, जिससे सिरदर्द, अनिद्रा और मानसिक तनाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इस नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए चंदन और कच्चे दूध को पानी में मिलाकर स्नान करना शुभ रहेगा.


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कुंभ राशि के लिए यह ग्रहण बेहद सावधानी बरतने का संकेत दे रहा है. इस राशि के जातकों के अष्टम भाव में ग्रहण लग रहा है, जो दुर्घटनाओं और अप्रत्याशित नुकसान का संकेत देता है. खासतौर पर वाहन चलाते समय और यात्रा के दौरान सतर्क रहने की जरूरत है. इस समय विदेश यात्रा करने वाले लोगों को भी सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि यात्रा में परेशानी या धन हानि का योग बन सकता है. इसके अलावा, लंबी बीमारी से जूझ रहे लोगों को स्वास्थ्य को लेकर अधिक सजग रहने की आवश्यकता है. इस संकट से बचने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करना और शिवलिंग पर दूध अर्पित करना लाभकारी रहेगा.
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वृषभ राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण शिक्षा, करियर और दांपत्य जीवन में कुछ परेशानियां ला सकता है. विद्यार्थियों को इस दौरान पढ़ाई में बाधाएं महसूस हो सकती हैं, और जो लोग शेयर मार्केट में निवेश कर रहे हैं, उन्हें भी सतर्कता बरतनी होगी. इस दौरान अनावश्यक आर्थिक जोखिम लेने से बचना चाहिए. वैवाहिक जीवन में भी हल्के विवाद उत्पन्न हो सकते हैं, जिससे रिश्तों में तनाव बढ़ सकता है. ग्रहण के प्रभाव को कम करने के लिए माता लक्ष्मी की पूजा करें और सफेद वस्त्र पहनकर शिवलिंग का जलाभिषेक करें.


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वृश्चिक राशि वालों के लिए यह ग्रहण मिश्रित फल लेकर आएगा. इस दौरान करियर और बिजनेस में नए अवसर तो मिल सकते हैं, लेकिन मानसिक तनाव भी बढ़ सकता है. जो लोग सरकारी क्षेत्र में कार्यरत हैं, उन्हें प्रमोशन या अतिरिक्त लाभ मिलने की संभावना है, लेकिन काम का दबाव बढ़ सकता है. नए व्यवसाय शुरू करने के इच्छुक लोगों के लिए यह ग्रहण शुभ संकेत दे रहा है, लेकिन निवेश से पहले अच्छी तरह विचार करना जरूरी होगा. स्वास्थ्य को लेकर भी सावधान रहने की जरूरत है. ग्रहण के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें और काले तिल का दान करें.
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ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा अधिक सक्रिय रहती है, इसलिए इस समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. ग्रहण के दौरान भोजन और पानी ग्रहण करने से बचना चाहिए. मंदिरों के द्वार भी इस दौरान बंद रहते हैं, इसलिए पूजा-पाठ ग्रहण समाप्त होने के बाद करें. इस समय शिव, विष्णु और चंद्रमा के मंत्रों का जाप करना बेहद लाभकारी होता है. ध्यान और प्राणायाम करने से मानसिक शांति बनी रहती है.


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जहां कुछ राशियों को इस ग्रहण के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, वहीं कुछ राशियों के लिए यह बेहद शुभ फल देने वाला साबित हो सकता है. धनु राशि के जातकों को करियर और व्यवसाय में उन्नति मिलेगी. मकर राशि के लोगों को धन लाभ होगा और उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. वहीं, वृषभ राशि के कुछ जातकों को भी प्रमोशन और नए अवसरों का लाभ मिलेगा.


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ग्रहण समाप्त होने के बाद शुद्धिकरण के लिए स्नान करना चाहिए और घर में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए. गरीबों को दान देना इस समय बेहद फलदायी माना जाता है, खासकर सफेद वस्त्र, चावल और दूध का दान करने से चंद्रमा का दोष कम होता है. भगवान विष्णु और महादेव की उपासना करने से ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं. ग्रहण के बाद अपने इष्ट देवता की आराधना करना न भूलें.
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