नए साल 2026 में इन 6 राशियों पर शनिदेव की होगी सख्त नजर, इन उपायों से मिलेगी राहत
यूपी तक
• 06:00 AM • 21 Dec 2025
साल 2026 में शनि देव की दृष्टि कुछ राशियों पर कड़ी रहेगी. मेष, वृषभ, सिंह, तुला, धनु और मीन राशि के जातकों को संघर्ष और चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. नियमित उपाय और शनि देव की भक्ति से इन नकारात्मक प्रभावों से राहत मिल सकती है.
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साल 2026 ज्योतिषीय दृष्टि से शनि देव की विशेष हलचल का साक्षी बनेगा. इस वर्ष शनि अपनी राशि तो नहीं बदलेंगे, लेकिन उनकी चाल (गति) में कई महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेंगे. शनि की इस बदलती चाल का प्रभाव मेष से लेकर मीन तक सभी 12 राशियों पर अलग-अलग रूप में पड़ेगा. कर्मफल दाता शनि की यह दृष्टि कुछ के लिए सफलता के द्वार खोलेगी, तो कुछ के लिए अनुशासन और परीक्षा का समय लेकर आएगी.

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ज्योतिष शास्त्र में शनि के गोचर का प्रभाव केवल राशि पर ही नहीं, बल्कि पाया के आधार पर भी तय होता है. शनि के चार प्रमुख पाये माने गए हैं: रजत (चांदी), लौह (लोहा), स्वर्ण (सोना) और तांबा. 2026 में शनि मीन राशि में विराजमान रहेंगे और चंद्रमा की स्थिति के अनुसार अलग-अलग राशियों के लिए अलग-अलग पाये का निर्माण करेंगे, जो उनके भाग्य और संघर्ष की दिशा निर्धारित करेंगे.
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शनि का पाया इस बात पर निर्भर करता है कि गोचर के समय शनि चंद्रमा से किस भाव में हैं. अगर शनि दूसरे, पांचवें या नौवें भाव में हों तो इसे चांदी का पाया कहते हैं. तीसरे, सातवें या दसवें भाव में होने पर तांबे का पाया बनता है. पहले, छठे या ग्यारहवें भाव में स्थिति होने पर सोने का पाया और चौथे, आठवें या बारहवें भाव में होने पर लोहे का पाया माना जाता है.

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साल 2026 में सिंह, धनु और मेष राशि के जातकों पर शनि का लोहे का पाया प्रभावी रहेगा. ज्योतिष में लोहे का पाया अत्यधिक संघर्ष, कड़ी मेहनत और बढ़ती हुई जिम्मेदारियों का संकेत देता है. इन तीन राशियों के जातकों को इस साल धैर्य की परीक्षा देनी पड़ सकती है. सफलता पाने के लिए उन्हें लगातार प्रयास करने होंगे और किसी भी प्रकार की जल्दबाजी से बचना होगा.
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वृषभ, मीन और तुला राशि के जातकों के लिए 2026 में शनि का सोने का पाया रहेगा. इस दौरान इन राशियों पर काम का दबाव बहुत अधिक रह सकता है. कोई भी बड़ा निर्णय लेते समय जल्दबाजी करना भारी पड़ सकता है, इसलिए हर कदम सोच-समझकर उठाना अनिवार्य होगा. इस समय किसी भी प्रकार के शॉर्टकट का सहारा लेना नुकसानदेह साबित हो सकता है.

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शनि की दृष्टि कर्म प्रधान होती है. जिन राशियों पर सोने और लोहे का पाया है, उन्हें विशेष रूप से कार्यक्षेत्र की राजनीति से दूरी बनाए रखनी चाहिए. शनि देव अनुशासनहीनता और लापरवाही करने वालों को कड़ा सबक सिखाते हैं.इन 6 राशियों (मेष, वृषभ, सिंह, तुला, धनु और मीन) को अपने लक्ष्यों के प्रति ईमानदार रहना होगा ताकि नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सके.
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शनि के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए नियमित उपाय करना लाभकारी है. शनिवार के दिन सरसों के तेल या लोहे की वस्तुओं का दान करें. मानसिक शांति और आत्मबल के लिए शनि चालीसा और हनुमान चालीसा का पाठ करें. इसके अलावा, सोने या पीले रंग की वस्तुओं का दान करना भी इस वर्ष शुभ फल देगा. भगवान शनि की भक्ति और अच्छे कर्म ही उनकी सख्त नजर से राहत दिलाने का सबसे उत्तम मार्ग हैं.
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