अब तक आपने किसी भी रिश्ते में लिव इन रिलेशनशिप, लव मैरिज, ब्रेकअप, पैचअप जैसे शब्द सुने होंगे.
लेकिन बदलती जेनरेशन के लिए प्यार की परिभाषा भी काफी बदल चुकी है. नई जेनरेशन प्यार करने से पहले कई स्टेज से होकर गुजरते हैं जो रिश्तों को नई परिभाषा दे रहे हैं.
ये स्टेज हैं सिचुएशनशिप, ब्रेडक्रंबिंग और बेंचिंग. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सिचुएशनशिप क्या है?
बता दें कि जब दो लोग एक अनिश्चित रिश्ते में होते हैं तब उसे सिचुएशनशिप कहा जाता है. सिचुएशनशिप में न तो प्यार होता है और न ही दोस्ती. इस संबंध के लिए कोई स्पष्ट नियम नहीं होते.
यह डेटिंग भी नहीं होती. इसमें दोनों एक-दूसरे के साथ का आनंद ले रहे होते हैं- बस इतना ही.
इस संबंध में वे भावनात्मक रूप से एक-दूसरे के क़रीब रहने का प्रयास करते हैं. वे प्रेम, मित्रता, विवाह जैसे किसी भी पारंपरिक रिश्ते में बंधे नहीं होते.
यह स्पष्ट नहीं होता कि उनका कोई संबंध है या नहीं, लेकिन वे एक-दूसरे के करीब होते हैं.