कोरोना के बाद लोग सेहत को ज्यादा तवज्जो देते हैं। ऐसे में देश भर में काले गेहूं की डिमांड तेजी से बढ़ रही है.
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काला गेहूं औषधि गुणों की खान माना जाता है. इसमें प्रोटीन, फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, और एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है.
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काले गेहूं में मौजूद पोषक तत्व आपके शरीर को ऊर्जावान बनाते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं.
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काले गेहूं में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है. डायबिटिक पेशेंट के लिए ये बेहतर है.
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काले गेहूं में मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट रक्त वाहिकाओं को साफ करते हैं और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करते हैं. इसे हृदय रोगों का खतरा कम होता है.
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काले गेहूं में मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को मजबूत बनाता है. यह कब्ज से राहत दिलाता है और पेट के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है.
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आप काले गेहूं का आटा, दलिया, खिचड़ी, उपमा या स्प्राउट्स के तौर पर सेवन कर सकते हैं.
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अगर आप पहली बार काले गेहूं का सेवन कर रहे हैं, तो धीरे-धीरे शुरू करें. काले गेहूं में अधिक फाइबर होता है, इसलिए पानी का सेवन बढ़ाना महत्वपूर्ण है ताकि कब्ज न हो.
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अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो काले गेहूं का सेवन शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें.
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