मेनोपॉज एक नेचुरल प्रॉसेस है जो आमतौर पर 45 से 55 वर्ष की उम्र के बीच होती है.
Credit:AI
लेकिन अगर किसी महिला को 55 साल की उम्र तक भी मेनोपॉज नहीं होता है तो यह चिंता का कारण हो सकता है.
Credit:AI
देर से मेनोपॉज होने पर शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर अधिक समय तक बना रहता है जिससे ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है.
Credit:AI
शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर लंबे समय तक अधिक रहने से ब्रेस्ट टिशू पर असर पड़ता है जिससे कैंसर की संभावना बढ़ जाती है.
Credit:AI
अगर मेनोपॉज देर से होता है तो महिला के पीरियड्स अधिक सालों तक चलते हैं, जिससे हार्मोनल बदलाव ज्यादा समय तक बने रहते हैं.
Credit:AI
अगर परिवार में पहले से किसी को ब्रेस्ट कैंसर रहा हो या लाइफस्टाइल अनहेल्दी हो तो देर से मेनोपॉज होने पर खतरा और बढ़ सकता है.
Credit:AI
नियमित हेल्थ चेकअप करवाएं. खासकर मैमोग्राफी और हार्मोनल टेस्ट. हेल्दी डाइट अपनाएं, जिसमें एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर से भरपूर भोजन शामिल हो.
Credit:AI
रेगुलर एक्सरसाइज करें, जिससे हार्मोन बैलेंस बना रहे. अल्कोहल और स्मोकिंग से बचें क्योंकि ये हार्मोनल असंतुलन बढ़ा सकते हैं.
Credit:AI
अगर आपका मेनोपॉज 55 की उम्र के बाद भी नहीं हुआ है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें और जरूरी जांच करवाएं ताकि किसी भी गंभीर स्थिति से बचा जा सके.
Credit:AI