ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत करने के लिए लगातार यूपी के अलग-अलग जिलों का दौरा कर रहे हैं. इसी क्रम में 10 अक्टूबर को वह बलरामपुर के उतरौला में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे. इस बीच, यूपी तक से बातचीत में उन्होंने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला है.
असदुद्दीन ओवैसी ने लखीमपुर खीरी की घटना को एक षड्यंत्र बताते हुए कहा, “लखीमपुर को घटना नहीं कह सकते हैं, यह षड्यंत्र के साथ किया गया मर्डर है. बीजेपी और आरएसएस में कोई भी काम बिना ऊपर से इजाजत के नहीं हो सकता है. षड्यंत्र के तहत मासूम सिख किसानों को गाड़ी के नीचे रौंद दिया गया.”
उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए कहा, “केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के भाषण के बाद यह वाक्या होता है. पुलिस को उनके बेटे को गिरफ्तार करने में इतना टाइम लग जाता है. पूछताछ के दौरान एक हत्या के आरोपी को 12 घंटे में 10 बार नाश्ता कराया जाता है. ऐस लगा रहा था कि वह (आशीष मिश्रा) पुलिस स्टेशन में नहीं, अपने ससुराल गया है. “
ओवैसी ने दावा किया कि बीजेपी आशीष मिश्रा को इसलिए बचा रही है क्योंकि वो ‘अपर कास्ट’ समाज से आते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए ओवैसी ने कहा, “पीएम मोदी लखीमपुर खीरी कांड के 3 से 4 दिन बाद लखनऊ आते हैं, लेकिन लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर एक शब्द तक नहीं बोलते हैं. इसका मतलब कि उन्हें सब कुछ पहले से ही पता था.”
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