मुलायम को याद करते-करते अफजाल अंसारी को आ गई बाबरी मस्जिद कांड की याद, जो बोले वायरल हो गया
Afzal Ansari on Mulayam Singh Yadav: 10 अक्टूबर को समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की दूसरी पुण्यतिथि थी. इस दौरान अफजल ने बाबरी मस्जिद से मुलायम सिंह यादव को जोड़कर एक बड़ा बयान।, जिसकी अब चर्चा है.
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Afzal Ansai News: 10 अक्टूबर को समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की दूसरी पुण्यतिथि थी. इस मौके पर गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी ने सपा नेताओं और समर्थकों को संबोधित किया. इस कार्यक्रम के दौरान अफजाल अंसारी ने एक ऐसा बयान दिया जिसकी अब खूब चर्चा हो रही है. दरअसल, अफजाल अंसारी ने 1992 में गिराई गई बाबरी मस्जिद को लेकर एक बड़ा बयान दिया.
मुलायम सिंह यादव के फैसलों का जिक्र करते हुए गाजीपुर सांसद अफजाल अंसारी ने कहा, "जब अयोध्या में बाबरी मस्जिद तोड़ी जा रही थी तो, उन्होंने (मुलायम) अपनी सरकार रहेगी या जाएगी की फिक्र किए बिना कानून तोड़ने वालों को रोकने के लिए उनपर गोलियां चलवाई थीं." अफजाल अंसारी ने कहा कि '1992 में तत्कालीन सरकार ने जब मेरे घर पर कार्रवाई की, तब मुलायम सिंह मेरे ने मेरा साथ दिया था.'
मुलायम सिंह ने हर वर्ग और जाति के लोगों को सम्मान दिया: अफजाल
अफजाल अंसारी ने कहा, "मुलायम सिंह ने हर वर्ग और जाति के लोगों को सम्मान दिया. लालता प्रसाद निषाद के साथ उन्होंने फूलन देवी जिसको दुर्दांत बताया जाता था, उसे भी मुख्यधारा से जोड़ा. जिस बेचारी को निर्वस्त्र करके घुमाया गया, उसने जब बदला लिया तो उसे इस दुनिया का सबसे दुर्दांत डकैत की संज्ञा दी गई. वो बेचारी दस साल जेल में रही. जब मुलायम सिंह को फिर मौका मिला तो उन्होंने उसे जेल से निकाल सामंतवादियों के खिलाफ खड़ा किया और एक बार नहीं दो बार मिर्जापुर से लोकसभा चुनाव जिताकर देश के संसद में भेजने का काम किया."
अफजाल ने की नया इंकलाब लाने की बात
इस मौके पर उन्होंने उपस्थित लोगों से नया इंकलाब लाने और 2027 के यूपी विधानसभा के लिए समाज के बीच जातिगत विद्वेष की खाई को पाटने की बात कही. अफजाल अंसारी ने उपस्थित लोगों से कहा कि 'अखिलेश यादव को सिर्फ हमारे नेता मान लेने से सफलता नहीं मिलने वाली, इसके लिए सभी वर्गों के बीच जाना पड़ेगा.'
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