UPTET की परीक्षा रद्द: सरकार पर विपक्ष हमलावर, CM बोले- ‘हम अभ्यर्थियों के साथ’
पेपर ‘लीक’ होने के कारण 28 नवंबर को उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) 2021 रद्द होने के बाद यूपी में इस मुद्दे पर सियासत…
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पेपर ‘लीक’ होने के कारण 28 नवंबर को उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) 2021 रद्द होने के बाद यूपी में इस मुद्दे पर सियासत तेज हो गई है. जहां एक तरफ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अभ्यर्थियों के साथ खड़े होने का दावा कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष लगातार उनकी सरकार पर हमलावर है.
योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा, “UPTET के अभ्यर्थियों के साथ प्रदेश सरकार खड़ी है. एक माह के अंदर पारदर्शी तरीके से पुनः परीक्षा आयोजित होगी. किसी भी अभ्यर्थी से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा.परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों को आने-जाने हेतु उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा दी जाएगी.”
सीएम योगी ने कहा, “हमारे नौजवान बहनों-भाइयों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. आप सबको हुई असुविधा के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा जरूर मिलेगी. आपकी सरकार शुचितापूर्वक और पारदर्शी तरीके से परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए कृतसंकल्पित है.”
उन्होंने कहा, “UPTET का पेपर लीक करने वाले गिरोह को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए जा चुके हैं. दोषियों को चिह्नित कर त्वरित कार्रवाई की जा रही है. दोषियों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उनकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी.”
विपक्ष लगातार हमलावर
समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, “UPTET 2021 की परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से रद्द होना बीसों लाख बेरोजगार अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. बीजेपी सरकार में पेपर लीक होना, परीक्षा व परिणाम रद्द होना आम बात है. यूपी शैक्षिक भ्रष्टाचार के चरम पर है. बेरोजगारों का इंकलाब होगा-बाइस में बदलाव होगा!”
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वहीं, बहुजन समाज पार्टी की चीफ मायावती ने एक के बाद एक दो ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला.
उन्होंने कहा, “जिस प्रकार सपा सरकार में नकल आम बात होती थी, उसी प्रकार भाजपा सरकार में भी पेपर लीक होने से यूपी में शिक्षकों की भर्ती के लिए आज की उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) का रद्द हो जाना अति-गंभीर मामला. करीब 21 लाख परीक्षार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ उचित नहीं.”
दूसरे ट्वीट में मायावती ने कहा, “यूपी सरकार इस ताजा घटना को पूरी गंभीरता से लेकर इसकी अति-शीघ्र उच्च-स्तरीय जाँच कराए एवं दोषियों को सख्त कानूनी सजा सुनिश्चित करे तथा आगे यथाशीघ्र इस परीक्षा को सुचारू रूप से कराने की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करे, बीएसपी की यह मांग.”
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, “भर्तियों में भ्रष्टाचार, पेपर आउट ही बीजेपी सरकार की पहचान बन चुका है. आज UPTET का पेपर आउट होने की वजह से लाखों युवाओं की मेहनत पर पानी फिर गया. हर बार पेपर आउट होने पर योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने भ्रष्टाचार में शामिल बड़ी मछलियों को बचाया है, इसलिए भ्रष्टाचार चरम पर है.”
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उत्तर प्रदेश में रविवार को UPTET-2021 का प्रश्न पत्र ‘लीक होने’ की वजह से यह परीक्षा रद्द कर दी गई. पुलिस ने इस मामले में 20 से ज्यादा लोगों को राज्य के विभिन्न जिलों से गिरफ्तार किया है. यह परीक्षा राज्य के सभी 75 जिलों के 2736 परीक्षा केंद्रों पर होनी थी और इसमें 19 लाख 99 हजार 418 परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे.
क्या होती है TET परीक्षा?
उत्तर प्रदेश सरकार के एक दस्तावेज में बताया गया है कि निशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 की धारा-2 (एन) में दिए गए स्कूलों में टीचर के रूप में नियुक्ति के लिए पात्र होने हेतु एक जरूरी योग्यता TET में पास होना भी है.
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(भाषा के इनपुट्स के साथ)
UPTET की परीक्षा रद्द: निराश अभ्यर्थियों ने बयां की अपनी परेशानी
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