मायावती का अखिलेश पर हमला, ‘BSP से निकाले गए नेताओं को SP में लेने से नहीं बढ़ेगा जनाधार’

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उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (एसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 7 नवंबर को अंबेडकरनगर में ‘जनादेश रैली’ को संबोधित कर बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के दो पूर्व नेता लालजी वर्मा और रामअचल राजभर को एसपी में शामिल कराया. इसके बाद बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने सिलसिलेवार तरीके से ट्वीट कर एसपी पर निशाना साधा.

मायावती ने रविवार को ट्वीट कर कहा,

“बीएसपी और अन्य विरोधी पार्टियों के भी निष्कासित किए गए लोगों को एसपी में शामिल किए जाने से इस पार्टी का कुनबा और जनाधार आदि बढ़ने वाला नहीं है, बल्कि इससे यह और भी घटता और कमजोर होता हुआ ही चला जाएगा.”

मायावती, बीएसपी सुप्रीमो

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मायावती ने कहा, “…जबकि एसपी को यह मालूम होना चाहिए कि ऐसे स्वार्थी और दलबदलू किस्म के लोगों को लेने से, इनकी खुद की अपनी पार्टी में टिकटार्थी लोग अब बहुत गुस्से में हैं, जो अधिकाशः बीएसपी के सम्पर्क में हैं. वैसे भी वे चुनाव में अंदर-अंदर इस पार्टी को काफी नुकसान पहुंचाने वाले हैं.”

इसके अलावा मायावती ने कहा, “लेकिन बीएसपी के लोग ऐसे में दूसरी पार्टियों के विधायकों और अन्य लोगों के टिकट कटने पर उन्हें अपनी पार्टी से टिकट दिलवाने से जरूर परहेज करें और उनके स्थान पर अपनी पार्टी के लोगों को ही टिकट देने पर ज्यादा जोर दें तो यह उचित होगा.”

बीएसपी के दो पूर्व नेताओं को एसपी में शामिल करा अखिलेश ने कहा था, “राम अचल राजभर और लाल जी वर्मा जबसे जुड़े हैं, तबसे अंबेडकरनगर में और आस पास के क्षेत्र में बीजेपी बचने वाली नहीं हैं.”

आपको बता दें कि पंचायत चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने राम अचल राजभर और लाल जी वर्मा को बाहर का रास्ता दिखा दिया था.

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