UP चुनाव: अखिलेश के करहल से लड़ने पर केशव मौर्य बोले- सुरक्षित सीट तलाशने के लिए गए मैनपुरी
समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को सारी अटकलों पर विराम लगाते हुए ऐलान किया कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव आगामी यूपी विधानसभा चुनाव मैनपुरी जिले की…
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समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को सारी अटकलों पर विराम लगाते हुए ऐलान किया कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव आगामी यूपी विधानसभा चुनाव मैनपुरी जिले की करहल सीट से लड़ेंगे. पार्टी की ओर से इस ऐलान के बाद राजनीति तेज हो गई है. सूबे के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव को मैनपुरी की करहल सीट से चुनाव लड़ने पर निशाने पर लिया है.
उपमुख्यमंत्री ने कहा,
“मैनपुरी जनपद में करहल सहित सभी सीटों पर 2022 में खिलेगा कमल का फूल, लगेगा जीत का चौका. श्री अखिलेश यादव जी ने विकास किया होता तो किसी शहरी सीट से लड़ते चुनाव, सुरक्षित सीट तलाशने के लिए गए मैनपुरी.”
केशव प्रसाद मौर्य
वहीं बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा, “अखिलेश को अगर यह लगता है कि करहल उनके लिए सुरक्षित सीट है तो यह उनकी गलतफहमी है, जो विधानसभा चुनाव में दूर हो जाएगी. उनके पिता मुलायम सिंह यादव बीएसपी अध्यक्ष मायावती की अपील के बाद किसी तरह से मैनपुरी लोकसभा सीट से चुनाव जीत पाए थे. इस बार बीजेपी करहल में साइकिल को पंक्चर कर देगी ताकि वह एक्सप्रेस वे के रास्ते लखनऊ न पहुंच सके.”
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आपको बता दें कि आजमगढ़ से सांसद अखिलेश यादव पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं. गौरतलब है कि करहल विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का सात बार कब्जा रहा है. 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की लहर के बावजूद एसपी उम्मीदवार सोबरन यादव को एक लाख से ज्यादा वोट मिले थे और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी प्रेम शाक्य को 38 हजार से ज्यादा मतों से हराया था.
करहल सीट पर यादव मतदाताओं का दबदबा है माना जाता है. यहां इस बिरादरी की आबादी 28 प्रतिशत है. इसके अलावा इस क्षेत्र में अनुसूचित जाति की हिस्सेदारी 16 प्रतिशत, ठाकुर की 13 प्रतिशत, ब्राह्मण की 12 प्रतिशत और मुस्लिम मतदाता 5 प्रतिशत हैं.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)
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