अब अखिलेश यादव को बताने लगे विनिंग फॉर्मूला! किधर जाने के मूड में हैं ओम प्रकाश राजभर?

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Uttar Pradesh News: महाराष्ट्र (Maharashtra) के बाद अब उत्तर प्रदेश में सियासी हलचल बढ़ी हुई है. देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में भी बड़े सियासी उलटफेर की बात कही जा रही है. सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने सपा विधायकों को लेकर किए गए दावे ने राज्य में सियासी हलचल बढ़ा दी है. वहीं मंगलवार को ओपी राजभर ने मायावती को लेकर बड़ा बयान दिया है. सुभसपा प्रमुख ने कहा कि विपक्ष को मायावती को प्रधानमंत्री का चेहरा मानकर उनको मना लेना चाहिए.

मायावती और जयंत के साथ यूपी में बनेगा नया मोर्चा!

ओमप्रकाश राजभर ने मंगलवार को कहा कि, ‘BSP प्रमुख मायावती कुशल शासक रही हैं. देश के कई राज्यों उनकी पार्टी का जनाधार है और देश में वे एक बड़ा चेहरा हैं. विपक्ष को मायावती को प्रधानमंत्री का चेहरा मानकर, उनको मना लेना चाहिए.जब तक उनको साथ नहीं लेंगे तब तक यहां (यूपी) चाहे ममता बनर्जी, केसीआर, लालू यादव या चाहे कोई भी आ जाए, यूपी में कोई मतलब नहीं है. मतलब अगर है तो पश्चिम में जयंत चौधरी, पूर्व में ओम प्रकाश राजभर और पूरे प्रदेश में 80 प्रतिशत लोकसभा सीट का मतलब है तो बहुजन समाज पार्टी से है. इन तीनों के बगैर विपक्षी एकता बेकार है.’

भाजपा के साथ जाने पर कही ये बात

ओपी राजभर ने कहा कि, ‘पिछले 15 महीने से मेरी किसी से कोई बातचीत नहीं हुई है. मेरी पहली प्राथमिकता मायावती है, अगर वो साथ में आती हैं तो एक बड़ा कुनबा बन सकता है.’ वहीं भाजपा मंत्रीमंडल विस्तार में जगह मिलने को लेकर राजभर ने कहा कि, ‘मुझे इसकी जानकारी नहीं है. मुझे लेकर की चर्चा इसलिए चलती है क्योंकि पिछले चुनाव में सपा को जिताने का हमने काम किया,जहां राजभर सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं.’

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शिवपाल पर किया पलटवार

वहीं शिवपाल यादव के हल्का कहने के बयान पर पलटवार करते हुए राजभर ने कहा कि, ‘वह खुद कितने हल्के हैं, जो बीजेपी की बी टीम बनकर काम कर रहे हैं . किसने उनको बंगला दिया? किसने सुरक्षा और किसके कहने पर अखिलेश के खिलाफ बोले बोले? जहूराबाद में 27 में चुनाव है, उससे पहले 2024 में बलिया से चुनाव लड़ कर दिखाएं.’

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