राजभर ने पूर्वांचल में खुद की मजबूती का दावा करते हुए बीजेपी और सपा के लिए कही ये बात
ओम प्रकाश राजभर ने पूर्वांचल में खुद का दमखम बताते हुए बीजेपी और सपा के साथ गठबंधन के बाद उनकी सीटों में आए फर्क को…
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ओम प्रकाश राजभर ने पूर्वांचल में खुद का दमखम बताते हुए बीजेपी और सपा के साथ गठबंधन के बाद उनकी सीटों में आए फर्क को बताया. ओम प्रकाश राजभर ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा- जब हम बीजेपी के साथ थे तो बीजेपी 325 सीट जीती थी. जब वहां से हटे तो 273 पर आ गई. फिर जब सपा के साथ आने से पहले वे 47 सीट थी. जब इनके साथ आए तो 125 पर आ गई. सबको इस बात का अहसास हो गया कि पूर्वांचल में अति पिछड़े और दलित के बल पे जो ओम प्रकाश राजभर लड़ाई लड़ रहे हैं उनकी लड़ाई में ताकत है.
सपा का दामन छोड़ बीजेपी की तरफ बढ़ रहे ओम प्रकाश राजभर ने इशारे में खुद को बीजेपी की जरूरत भी बता दिया. सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर लगातार निशाना साध रहे ओम प्रकाश राजभर ने इशारे-इशारे में ये भी बता दिया कि उनके गठबंधन से अलग होने पर समाजवादी पार्टी को क्या नुकसान होगा.
इधर पूर्वांचल में सपा अपनी सहयोगी रही पार्टी सुभासपा से दो-दो हाथ करने की तैयारी में है. राजभर से करीब-करीब अलग हटने के बाद सपा सुभासपा के पकड़ वाली सीटों से समाजवादी पार्टी पद यात्रा शुरू कर रही है. सपा की पदयात्रा पूर्वांचल के उन्हीं जिलों से गुजरेगी जहां ओम प्रकाश राजभर का सियासी आधार है.
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गौरतलब है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर और अखिलेश यादव के बीच दूरियां आजमगढ़ और रामपुर उपचुनाव के बाद बढ़नी शुरू हो गई थीं. इधर राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए की उम्मीदवार को समर्थन देने के ऐलान के बाद सपा ने ओम प्रकाश राजभर से खुलेआम दूरियां बनानी शुरू कर दी.
इधर राजभर को जब ‘Y’ श्रेणी की सुरक्षा मिली तो राजनैतिक गलियारों में इसे एनडीए उम्मीदवार के समर्थन के बाद गिफ्ट के तौर पर देखा जाने लगा. इसके साथ ही राजभर के बीजेपी में जाने की चर्चाएं काफी तेज हो गईं.
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