यूपी के जिन सीटों पर सपा-कांग्रेस में फंस रहा पेंच वहां कैसी है वोटों की गणित, जानें किसे मिलेगा फायदा

रजत कुमार

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Loksabha Election 2024:  लोकसभा चुनाव 2024 में  उत्तर प्रदेश में दो बड़े गठबंधन में कड़ी टक्कर देखने को मिल सकता है. आगामी चुनाव को लेकर सभी दलों ने तैयारी करनी शुरू कर दी है. वहीं चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी सबसे ज्यादा एक्टिव मोड में दिख रही है. सपा ने यूपी की 16 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. अखिलेश यादव ने जिन 16 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं, उनमें  से कुछ ऐसी भी सीटें हैं जहां कांग्रेस और सपा के बीच पेंच फंस सकती है. 

इन सीटों पर फंस रहा पेंच

  • सपा ने इन जिन 16 सीटों पर अपने प्रत्याशियों का ऐलान किया है उसमें कुछ ऐसी सीट हैं जिस पर कांग्रेस भी अपना दावा भी कर सकती है.  फर्रुखाबाद से समाजवादी पार्टी ने नवल किशोर शाक्य को अपना प्रत्याशी बनाया है. यहां से कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में शुमार सलमान खुर्शीद का भी दावा होने की बात सामने आ चुकी है. कांग्रेस चाहती है कि ये सीट उसे मिले, लेकिन अखिलेश के ऐलान के बाद अब यहां मुश्किल होती नजर आ रही है.
  • लखीमपुर खीरी से समाजवादी पार्टी ने उत्कर्ष वर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है. हाल ही में यहां से समाजवादी पार्टी से कांग्रेस में आए रवि वर्मा और उनकी बेटी पूर्वी वर्मा भी इस सीट पर दावेदारी कर रही हैं. उनका तर्क है कि यह सीट उनकी पारिवारिक विरासत है और उनके परिवार से यहां 7 बार सांसद हो चुके हैं. वैसे तो कांग्रेस लखनऊ सीट पर भी दावेदारी जता रही है, जहां से सपा ने रविदास मेहरोत्रा को कैंडिडेट बनाया है. 


 इन्होंने जीता था चुनाव

लखीमपुर खीरी से 2019 में अजय कुमार मिश्र बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते थे. उन्होंने सपा की पूर्वी वर्मा को चुनाव हराया था. कांग्रेस यहां से 2009 में जीती थी, जब जफर अली नकवी सांसद बने थे. 2019 में मनोज अग्रवाल बसपा से चुनाव लड़े थे, लेकिन उनको बीजेपी के मुकेश राजपूत से हार का सामना करना पड़ा. 2024 में इस सीट से सपा के टिकट पर डॉ. नवल किशोर शाक्य उम्मीदवार होंगे. 2009 में यहां से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद जीते थे. 

2019 में ऐसा था समीकरण

  • वहीं पिछलें लोकसभा चुनाव की बात करें तो 2019 में फर्रुखाबाद लोकसभा सीट से भाजपा के मूकेश राजपूत ने चुनाव जीता था. मूकेश राजपूत को 56,9880 मत मिले थे. वहीं सपा और बसपा का गठबंधन होने के कारण  ये सीट बसपा के खाते में गई थी. इस सीट से बसपा के मनोज अग्रवाल को 34, 8178 मत मिले थे. वहीं कांग्रेस प्रत्याशी सलमान खुर्शीद को 55, 258 वोट मिले थे. 
  • लखीमपुर खीरी की बात करे तो इस सीट पर सपा की पूर्वी वर्मा ने 3 लाख 90 हजार 782 वोट मिले थे. वहीं भाजपा के  अजय कुमार मिश्र टेनी को 6 लाख 9 हजार 589 वोट मिले थे.  वहीं कांग्रेस प्रत्याशी जफर अली नकवी को मात्र 92 हजार 155 वोट मिले थे. वहीं इस सीट पर कांग्रेस और सपा के वोट को मिलाने के बाद 4 लाख 82 हजार 937 वोट होते हैं जो भाजपा के 6 लाख वोटों से कम ही है. हांलाकि ये आंकड़े 2019 के हैं. 

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