जिस कारोबारी के घर से मिले कई बक्से नोट उसे लेकर BJP-SP में भिड़ंत, योगी-अखिलेश ने ये कहा
कानपुर के व्यापारी पीयूष जैन के घर पर गुरुवार को शुरू हुई छापेमारी शनिवार को भी जारी है. जानकारी के मुताबिक, अब तक करीब 150…
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कानपुर के व्यापारी पीयूष जैन के घर पर गुरुवार को शुरू हुई छापेमारी शनिवार को भी जारी है. जानकारी के मुताबिक, अब तक करीब 150 करोड़ रुपये कैश बरामद किए जा चुके हैं. इस छापे से जुड़ी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है, जिसमें व्यापारी का एसपी से कनेक्शन होने का दावा किया जा रहा है. वहीं इस पूरे मामले में बीजेपी और एसपी दोनों आमने-सामने आ गए हैं.
आगरा में शनिवार, 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर अपने संबोधन के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने इन पैसों को सीधे गरीबों से जोड़ते हुए कहा कि गरीब का आशीर्वाद और आह दोनों बहुत तेज लगते हैं.
गरीबों को मुफ्त अन्न पहले भी दिया जा सकता था।
अभी छापे में लगभग 200 करोड़ रुपए जो मिले हैं, वो गरीब के अन्न का है।
गरीब का आशीर्वाद व आह दोनों बहुत तेज लगते हैं: #UPCM श्री @myogiadityanath जी#Yogi4Youth pic.twitter.com/cvy6KWLWfl
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) December 25, 2021
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वहीं, इस मामले में अखिलेश यादव भी पीछे नहीं है. उन्होंने इशारों में इशारों में आरोप लगाया कि इसका कनेक्शन बीजेपी से है. उन्होंने एक समाचार का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, ‘सुबह तलक चीखकर सुना रहे थे कुछ ख़बरनवीस ‘जिसके’ गुनाह की कहानी ‘उसका’ बादशाह से ताल्लुक़ निकलते ही शाम तलक वो खामोश हो गए. ‘
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यही नहीं, अखिलेश यादव ने एसपी के डिजिटल कॉरिडेनटर का ट्वीट भी रीट्वीट किया. जिसमें लिखा गया, ‘कानपुर में शिखर पान मसाला ग्रुप और इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर पड़े छापों और बरामद नकदी नोटबन्दी की विफलता की कहानी बयां कर रही है. बीजेपी और मीडिया पीयूष जैन और शिखर पान मसाले को एसपी से जबरन जोड़कर एसपी को बदनाम कर रही. एसपी एमएलसी पम्पी जैन से पीयूष जैन का कोई मतलब नहीं.’
कानपुर में शिखर पान मसाला ग्रुप और इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर पड़े छापों और बरामद नकदी नोटबन्दी की विफलता की कहानी बयां कर रही है ,
भाजपा व मीडिया पीयूष जैन और शिखर पान मसाले को सपा से जबरन जोड़कर सपा को बदनाम कर रही ,
सपा एमएलसी पम्पी जैन से पीयूष जैन का कोई मतलब नहीं ,
1/3— Manish Jagan Agrawal (मनीष जगन अग्रवाल) (@manishjagan) December 24, 2021
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दरअसल, मनीष के ट्वीट थ्रेड में दो और ट्वीट है, जिनमें बीजेपी पर आरोप लगाए गए हैं. इसमें मनीष ने लिखा है, ‘छापे की जद में आये ये दोनों कारोबारी बीजेपी से जुड़े हुए हैं व बीजेपी को चंदा देते थे, बीजेपी ने इसबार इनसे ज्यादा चुनावी चंदा मांगा, इन्होंने ज्यादा चुनावी चंदा देने से मना कर दिया तो बीजेपी सरकार ने इन पर रेड डालकर पैसा पकड़कर सपा से जोड़कर सपा को बदनाम करने की साजिश रची.’
उन्होंने आगे लिखा, ‘चूंकि कुछ दिन पूर्व सपा से जुड़े लोगों के यहां छापे पड़े थे लेकिन वहां से सरकार और एजेंसीज को कुछ नहीं मिला और सपा के लोग पाक साफ निकले, अतः बौखलाई बीजेपी ने तुरंत यहां छापेमारी करके कैश बरामद करके इसे सपा से जोड़कर जनता को अपने दुष्प्रचार से भ्रमित करने की साजिश की है!’
कुल मिलकार छापे को लेकर यूपी चुनाव से पहले जमकर राजनीति हो रही है. एसपी और बीजेपी दोनों एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं.
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