जानें अखिलेश के कितने खास हैं नीटू और राहुल भसीन, जिनके ठिकानों पर पड़ा आयकर विभाग का छापा
उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले जिन मुद्दों पर राज्य की सियासत गर्माई हुई है, उनमें से एक मुद्दा समाजवादी…
ADVERTISEMENT
उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले जिन मुद्दों पर राज्य की सियासत गर्माई हुई है, उनमें से एक मुद्दा समाजवादी पार्टी (एसपी) अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी का भी है.
अखिलेश ने इस मुद्दे को लेकर रविवार की अपनी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्र और यूपी में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला.
उन्होंने इनकम टैक्स विभाग और ईडी/सीबीआई जैसी एजेंसियों का जिक्र करते हुए कहा, ”पूरा देश जानता है कि जहां-जहां बीजेपी चुनाव हारने लगती है, इन संस्थाओं को आगे करती है.”
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
ऐसे में यह जानना बेहद अहम हो जाता है कि आखिर कौन हैं वो लोग जिनके ठिकानों पर हुई छापेमारी से एसपी चीफ बीजेपी के खिलाफ इतने आक्रामक हो गए हैं. यहां हम आपको ऐसे ही दो चेहरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनमें से एक का नाम है- जैनेंद्र यादव उर्फ नीटू, जबकि दूसरे हैं- राहुल भसीन.
कौन हैं नीटू?
नीटू एसपी चीफ अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री काल में उनके ओएसडी (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) रहे हैं. अखिलेश कहां रैली करेंगे, उसका क्या रोडमैप होगा, किसके जिम्मे तैयारी होगी, क्या खाका होगा, पार्टी को मजबूती देने के लिए किन संसाधनों की जरूरत पड़ेगी, इस सब को तय करने की जिम्मेदारी अखिलेश के सबसे विश्वस्त करीबी नीटू यादव की ही होती है.
ADVERTISEMENT
नीटू पार्टी में बेहद लो-प्रोफाइल रहकर अखिलेश के लिए पूरी तरह से समर्पित माने जाते हैं. चुनाव में पार्टी फंड का मैनेजमेंट, किस उम्मीदवार को पार्टी फंड कितना दिया जाना है, कहां से दिया जाना है, यह सब भी नीटू यादव ही तय करते हैं.
आज समाजवादी पार्टी का जो हाईटेक स्वरूप दिखाई पड़ रहा है, उसमें नीटू यादव की भूमिका सबसे अहम मानी जाती है. वह फिर चाहे अखिलेश का ‘विजय रथ’ हो या फिर समाजवादी पार्टी की सोशल मीडिया टीम. पार्टी दफ्तर में नीटू यादव की मौजूदगी या नीटू का फरमान अखिलेश यादव का फरमान माना जाता है.
पुराने समाजवादी नेता भी जैनेंद्र उर्फ नीटू के कद को अच्छे से जानते और समझते हैं और कई लोग तो नीटू को जगजीवन बाबू की तरह देखते हैं. जगजीवन बाबू एसपी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी हुआ करते थे. मुलायम सिंह यादव के दौरों से लेकर पार्टी का हर छोटा बड़ा काम जगजीवन बाबू के ही जिम्मे था. ठीक उसी तरह से आज जैनेंद्र उर्फ नीटू की पार्टी में भूमिका है.
ADVERTISEMENT
कौन हैं राहुल भसीन?
नीटू के बाद जिस व्यक्ति के ऊपर हुई छापेमारी काफी चर्चा में है वह हैं- राहुल भसीन. राहुल लखनऊ के बड़े व्यापारी हैं. उनका दवा का बड़ा कारोबार है.
राहुल अखिलेश के सबसे करीबी दोस्तों में गिने जाते हैं. फुटबॉल खेलने से लेकर टेनिस खेलने में तक अखिलेश यादव के साथ राहुल भसीन टेनिस कोर्ट और प्लेग्राउंड पर नजर आते रहे हैं.
एसपी सरकार में राहुल भसीन की मुख्यमंत्री आवास में सीधे एंट्री थी. उत्तर प्रदेश में एसपी सरकार आने के बाद राहुल भसीन का कद रातों-रात बहुत बढ़ गया और उनका कारोबार भी तेजी से बड़ा हो गया. मिली जानकारी के अनुसार, आज नीटू की लखनऊ से लेकर गाजियाबाद समेत कई शहरों में बेशकीमती प्रॉपर्टी हैं. वह कई कंपनियों में शेयर होल्डर भी बताए जाते हैं.
अखिलेश का आरोप- ‘हमारे फोनों को सुना जा रहा है, CM खुद रिकॉर्डिंग सुनते हैं’
ADVERTISEMENT