सपा विधायक की बेटी से बेटे की शादी कराना बसपा नेता सुरेंद्र सागर को पड़ा भारी! मायावती ने पार्टी से निकाला

कुमार अभिषेक

बसपा ने वरिष्ठ नेता सुरेंद्र सागर को बेटे की शादी के कारण पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल मानते हुए निष्कासित किया. जानें पूरी खबर.

ADVERTISEMENT

Surendra Sagar
Surendra Sagar
social share
google news

UP Politics News: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने अपने पुराने और वरिष्ठ नेता सुरेंद्र सागर को पार्टी से बाहर कर दिया है. पांच बार रामपुर के जिला अध्यक्ष और दर्जा प्राप्त मंत्री रह चुके सुरेंद्र सागर पर पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता का आरोप लगाया गया है. दरअसल, सुरेंद्र सागर ने हाल ही में अपने बेटे अंकुर की शादी समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक त्रिभुवन दत्त की बेटी से करवाई. यह विवाह बसपा नेतृत्व को रास नहीं आया. त्रिभुवन दत्त, जो पहले बसपा के सांसद और विधायक रह चुके हैं, अब सपा के विधायक हैं. ऐसी चर्चा है कि इसी वजह से मायावती ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए सख्त कार्रवाई की. 

रामपुर में बदलाव की लहर

सुरेंद्र सागर के निष्कासन के साथ-साथ रामपुर के जिला अध्यक्ष प्रमोद सागर को भी पद से हटा दिया गया है. प्रमोद सागर का हटाया जाना बसपा के अंदर बदलाव और अनुशासन पर सख्त रवैये को दर्शाता है. सुरेंद्र सागर ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने केवल अपने बेटे की शादी की है और इसमें कोई अनुशासनहीनता नहीं हुई. उन्होंने कहा कि यह निर्णय एक पारिवारिक मसला है, जिसे राजनीतिक रंग दिया गया है.

पहले भी हुए निष्कासन

यह पहली बार नहीं है जब मायावती ने ऐसे कदम उठाए हों. इससे पहले नवंबर में, पूर्व मंडल प्रधान प्रभारी प्रशांत गौतम को मुनकाद अली के बेटे की शादी में शामिल होने के कारण पार्टी से बाहर कर दिया गया था. मुनकाद अली की बेटी सपा नेता कादिर राणा की बहू हैं और वह मीरापुर विधानसभा उपचुनाव में सपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं. 

यह भी पढ़ें...

पार्टी का कड़ा रुख

बसपा ने हमेशा पार्टी नेताओं के सपा के साथ किसी भी प्रकार के मेलजोल को अनुशासनहीनता के रूप में देखा है. मायावती का मानना है कि ऐसा करना पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है. 

    follow whatsapp