नेहरू-गांधी परिवार ने दशकों तक अपना खजाना भरा, लेकिन अमेठी के बारे में नहीं सोचा: स्मृति

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केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मंगलवार को नेहरू-गांधी परिवार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि इस खानदान ने अमेठी में दशकों तक राजनीतिक रोटी सेंकी और अपना खजाना भरा, लेकिन क्षेत्र के विकास और यहां के लोगों की भलाई के बारे में कभी नहीं सोचा.

ईरानी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के आठ साल पूरे होने के उपलक्ष्य में अमेठी के गौरीगंज कलेक्ट्रेट में आयोजित कार्यक्रम में कहा,

“नेहरू-गांधी परिवार ने अमेठी से अपना राजनीतिक मार्ग तो प्रशस्त्र किया, मगर यहां के लोगों को गरीब बनाकर रखा, ताकि वे उसके सामने हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाते रहें. इस सियासी परिवार ने अपने स्वार्थ में अमेठी को बर्बाद कर दिया.”

स्मृति ईरानी

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उन्होंने अमेठी के पूर्व सांसद राहुल गांधी पर तंज करते हुए कहा, “वर्ष 2019 से पहले अमेठी में सांसद महोदय खोजने से नहीं मिलते थे. उनके पास अमेठी आने का समय ही नहीं था. वह तो विदेश घूमा करते थे.”

ईरानी ने आरोप लगाया, “अमेठी के पूर्व सांसद ने कभी यहां की बात सदन में नहीं रखी। जब मैंने सदन में पहली बार अमेठी के विषय में बोला तो बहुत से लोगों ने मुझे फोन करके कहा कि पहली बार अमेठी की बात सदन में रखी गई है.”

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केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा, “नेहरू-गांधी खानदान ने हमेशा अमेठी का उपहास किया. यहां के लोगों के साथ छल किया.”

उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, “वह जो कर रहे थे, उसके बारे में उन्हें पता भी था. उन्हें मालूम था कि अमेठी की जनता में आक्रोश है. यही कारण है कि वह 2019 में केरल भाग लिए थे.”

ईरानी ने आरोप लगाया कि नेहरू-गांधी खानदान ने मेडिकल कॉलेज बनाने के नाम पर अमेठी के किसानों से जमीन ली, लेकिन उस पर अपना गेस्ट हाउस खड़ा कर लिया.

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उन्होंने कहा, “नेहरू-गांधी खानदान 40 साल तक अमेठी के लोगों को मेडिकल कॉलेज का सपना दिखाता रहा, लेकिन उसके सदस्य विदेश घूमते रहे. अमेठी में मेडिकल कॉलेज और पासपोर्ट केंद्र खोलने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. अमेठी को हवाई सेवा और बस अड्डे से जोड़ने का काम भाजपा की सरकार ने किया.”

ईरानी ने कहा कि कांग्रेस की सोच और कृत्यों से लोगों का लोकतंत्र से विश्वास उठ गया था, लेकिन देश में एक परिवर्तन आया और पहली बार प्रधान सेवक के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुने गए, जिससे लोकतंत्र में जनता का भरोसा फिर से कायम हुआ.

उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेठी के कौहार में रैली करने आए थे, जो देश के इस ‘भ्रष्टाचारी खानदान’ के खिलाफ एक जंग का ऐलान था और आखिरकार उसे सत्ता से उखाड़ फेंकने में सफलता हासिल हुई.

ईरानी ने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को मकान की चाभी और मुद्रा ऋण के प्रमाणपत्र का वितरण भी किया.

(भाषा के इनपुट्स के साथ)

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