अमित मालवीय पर FIR कराने की बात कह बोले अखिलेश- सरकार बनी तो फिर देंगे लैपटॉप
उत्तर प्रदेश में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार, 8 जनवरी को एक प्रेस…
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उत्तर प्रदेश में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार, 8 जनवरी को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान एसपी चीफ अखिलेश यादव ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जमकर निशाना साधा.
एसपी अध्यक्ष ने कहा,
“बीजेपी लगातार लगी हुई है कि कैसे झूठा प्रचार हो. बीजेपी के आईटी चलाने वाले (अमित मालवीय) ने मेरी एक तस्वीर फ्रांस की लगाई है, जिसमें यह कहा है कि जो इत्र व्यापारी कानपुर में पकड़ा गया था वो भी साथ खड़ा है. उस व्यक्ति (अमित मालवीय) पर समाजवादी पार्टी एफआईआर दर्ज कराएगी. बीजेपी से झूठा कोई नहीं है, उन्हीं के लोग उस झूठ पर भरोसा भी करते हैं.”
अखिलेश यादव
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अखिलेश ने आरोप लगाते हुए कहा कि अमित मालवीय पैसे के लिए झूठ बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि मालवीय यूपी और भारत सरकार से सहयोग लेकर झूठ बोल रहे हैं. एसपी चीफ ने कहा, “मैं अपनी डिजिटल टीम से कहूंगा कि इसकी तस्वीर लगाकर प्रचार करिए कि ये सबसे बड़ा झूठा है.”
अखिलेश यादव ने आगे बताया कि वो इस मामले में तहरीर अभी देंगे और उनकी सरकार बनने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा, “इस सरकार में हमारे खिलाफ कोई बोले, एक एफआईआर नहीं होती है, न पकड़ा-पकड़ी होती है. अगर इनके नेताओं के खिलाफ कुछ लिख दो, तो पुलिस घूम रही होती है घर-मकान ढूंढ़ते हुए.”
अखिलेश ने क्यों कही एफआईआर दर्ज कराने की बात?
दरअसल, बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने शुक्रवार को ट्विटर पर एक तस्वीर पोस्ट कर अखिलेश यादव पर आरोप लगाया था. अमित मालवीय ने कहा था, “मई 2015 में अखिलेश यादव एक प्रतिनिधिमंडल लेकर फ्रांस के ग्रासे शहर गए थे. कारण बताया- कन्नौज में परफ्यूम पार्क बनाना. यात्रा की इस तस्वीर में नजर आ रहे उनके इत्र वाले मित्र. ये वही हैं जिनकी दीवारों के पीछे और जमीन के नीचे से निकल रही है यूपी की जनता से लूटी गई अकूत दौलत.”
मई 2015 में अखिलेश यादव एक प्रतिनिधिमंडल लेकर फ्रांस के ग्रासे शहर गये थे। कारण बताया – कन्नौज में परफ्यूम पार्क बनाना।
यात्रा की इस तस्वीर में नज़र आ रहे उनके इत्र वाले मित्र। ये वही हैं जिनकी दीवारों के पीछे और जमीन के नीचे से निकल रही है यूपी की जनता से लूटी गई अकूत दौलत। pic.twitter.com/N9nzPMTxmb
— Amit Malviya (@amitmalviya) January 7, 2022
वहीं, अमित मालवीय के आरोपों को नकारते हुए समाजवादी पार्टी युवजन सभा के राष्ट्रीय सचिव हसीब हसन ने कहा था कि अखिलेश यादव के साथ खड़े शख्स इत्र कारोबारी नहीं बल्कि मुशीर अहमद खान हैं.
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इसके अलावा अखिलेश ने कहा,
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“एसपी सरकार बनेगी तो फिर एक बार एसपी अपने नौजवानों को लैपटॉप देगी.”
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“यूपी के डीजीपी की पावर ही खत्म हो गई है.”
“सरकारी पैसे से दुरुपयोग हो रहा है. हमारे आपके पैसे का उपयोग कर अपना प्रमोशन कर रही है बीजेपी.”
“आचार संहिता लागू होने पर पालन किया जाएगा.”
“यूपी के सीएम भी झूठ बोलते हैं, जितने बड़े आयोजन हुए हैं वह एसपी के बनाए मैदानों में ही हुए हैं.”
“तारीखों के ऐलान के साथ ही भारतीय जनता पार्टी का सफाया शुरू होगा.”
“पूरा यूपी योगी आदित्यानाथ को पढ़ा लिखा नहीं मानता है. अगली बार अपना स्मार्टफोन सीएम योगी के हाथ में दे देना और कहना एक ट्वीट कर के दिखा दो.”
“हमारा चुनाव आयोग से यही निवेदन होगा कि बीजेपी के संबोधनों पर नजर रखें, वह नफरत फैलाएंगे.”
“बाबा मुख्यमंत्री को पढ़ाई लिखाई से क्या मतलब, एक सैनिक स्कूल नहीं दिया. अच्छा हुआ मैनपुरी सैनिक स्कूल का नाम बदल दिया, CDS बिपिन रावत जी को हमारे बनाए स्कूल में सम्मान मिला.”
क्या अखिलेश इत्र कारोबारी पीयूष जैन के साथ फ्रांस गए थे? जानें वायरल तस्वीर की सच्चाई
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