टिकैत के खिलाफ नारे लगे तो भड़के अखिलेश, कहा- BJP ने सेना और किसान, दोनों का अपमान किया
प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत को अंतिम विदाई देने पहुंचे राकेश टिकैत के खिलाफ हुई नारेबाजी के बाद अखिलेश यादव ने भारतीय जनता…
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प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत को अंतिम विदाई देने पहुंचे राकेश टिकैत के खिलाफ हुई नारेबाजी के बाद अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ निशाना साधा है. समाजवादी पार्टी (एसपी) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत के खिलाफ हो रही कथित नारेबाजी को सुना जा सकता है.
अखिलेश ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘जनरल रावत जी की अंतिम यात्रा में किसान नेता राकेश टिकैट जी के ख़िलाफ़ नारे लगानेवाले भाजपाइयों ने साबित किया है कि वो ‘जय जवान-जय किसान’ के उद्घोष में विश्वास नहीं करते हैं. ये सेना का अपमान भी है और किसान का भी. शोक के समय में भाजपाइयों का ऐसा अभद्र व्यवहार देश माफ़ नहीं करेगा.’
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अखिलेश ने जो वीडियो शेयर किया उसमें क्या है?
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एक न्यूज क्लिप को ट्वीट किया है. इसमें कुछ लोग भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) नेता राकेश टिकैत के खिलाफ नारे लगाते देखे जा सकते हैं. वीडियो क्लिप में कोई राकेश टिकैत को ‘देश का दुश्मन’ बताता नजर आ रहा है, तो कोई कहता दिख रहा है कि जनरल रावत की अंतिम यात्रा में राकेश टिकैत को कैसे प्रवेश दिया गया.
अखिलेश यादव ने टिकैत के खिलाफ नारेबाजी कर रहे लोगों को बीजेपी से जुड़ा बताते हुए किसान नेता के समर्थन में ट्वीट किया है. आपको बता दें कि पिछले दिनों केंद्र की मोदी सरकार ने तीन नए कृषि कानूनों की वापसी का फैसला लिया. ऐसा माना जा रहा है कि पश्चिमी यूपी खासकर जाटलैंड में किसान आंदोलनों का खामियाजा बीजेपी सरकार को उठाना पड़ सकता है. पिछले एक साल से अधिक समय से राकेश टिकैत किसान आंदोलनों के पोस्टर बॉय की तरह नजर आते रहे हैं. ऐसे में वह अक्सर बीजेपी समर्थकों के निशाने पर भी आते रहे हैं.
किसान कानून वापस लेने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने शनिवार, 11 दिसंबर से घर वापसी का ऐलान कर दिया है. दिल्ली बॉर्डर से टेंट और तंबू हटाकर लौटते किसानों की तस्वीरें सामने आ रही हैं. SKM ने ऐलान किया है कि 11 दिसंबर को किसान विजय दिवस के रूप में मनाएंगे. उधर राकेश टिकैत ने ऐलान किया है कि किसान तो घर जा रहे हैं, लेकिन वह 15 दिसंबर को अपने घर जाएंगे. उनका कहना है कि देश में जो हजारों धरने चल रहे हैं, उन्हें खत्म कराने के बाद ही वह घर जाएंगे.
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जब से किसान आंदोलन शुरू हुए हैं राकेश टिकैत मुजफ्फरनगर स्थित अपने घर नहीं गए हैं. इधर, अखिलेश यादव ने खुले मंच से टिकैत के पक्ष में उतरते हुए एक बार फिर पश्चिमी यूपी की सियासत को साधने की कोशिश की है. यूपी में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अखिलेश यादव ने जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) संग गठबंधन किया है. अखिलेश पश्चिमी यूपी में किसानों की बीजेपी से कथित नाराजगी के मुद्दे को अपने पक्ष में करने की हरसंभव कोशिश करते नजर आ रहे हैं. राकेश टिकैत के पक्ष में उनके उतरने की कवायद को इस संदर्भ में भी देखा जा रहा है.
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