रामपुर: आजम खान, अब्दुल्ला आजम ने वापस की पुलिस सुरक्षा, क्या मुखबिरी का सता रहा डर?
Rampur Azam Khan news: आजम खान ने अपने सुरक्षाकर्मियों को यह कहकर लौटा दिया कि उन्हें अब सुरक्षा की जरूरत नहीं. वही अब्दुल्ला आजम भी…
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Rampur Azam Khan news: आजम खान ने अपने सुरक्षाकर्मियों को यह कहकर लौटा दिया कि उन्हें अब सुरक्षा की जरूरत नहीं. वही अब्दुल्ला आजम भी अपने सुरक्षाकर्मियों को बताएं बिना कहीं भूमिगत हो गए हैं. ऐसे में आजम खान और अब्दुल्ला आजम की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी वापस पुलिस लाइन लौट आए हैं. आजम खान को मिली वाइफ श्रेणी की सुरक्षा के सभी तीनों गनर वापस लौट आए हैं. इसी तरह अब्दुल्ला आजम की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को जब उनकी लोकेशन नहीं मिली और उनसे संपर्क नहीं हो सका तो उन लोगों ने पुलिस लाइन में रिपोर्ट किया है.
रामपुर पुलिस ने भी इस बात की तस्दीक कर दी है कि दोनों की सुरक्षा में तैनात सभी पुलिसकर्मी फिलहाल वापस आ गए हैं.सुरक्षाकर्मियों को इनकी लोकेशन के बारे में कोई जानकारी है. हालांकि रामपुर पुलिस का कहना है कि जब दोबारा दोनों नेता सुरक्षा मांगेंगे तो उन्हें मुहैया कराई जाएगी.
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UP News Hindi: अब सवाल यह उठ रहा है कि दोनों पिता-पुत्र ने आखिर अपनी सुरक्षा क्यों वापस की? क्या उन्हें किसी मुखबिरी का शक है? सुरक्षा वापसी के वक्त ना तो आजम खान और न ही अब्दुल्ला आजम किसी ऐसी कोई बात नहीं कही, लेकिन अब्दुल्ला लगातार यह आरोप लगाते रहे हैं कि रामपुर प्रशासन और मुरादाबाद के कमिश्नर लगातार उनकी मुखबिरी इन सुरक्षाकर्मियों से कराते रहे हैं.
विधानसभा चुनाव के दौरान अब्दुल्ला आजम लगातार यह बात कहते रहे कि उनकी सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी उनकी सुरक्षा के बजाय उनके लिए खतरा हैं, क्योंकि उन्हें खतरा आम आदमी से नहीं बल्कि प्रशासन से है. तब अब्दुल्ला ने कहा था कि प्रशासन ने डग्गामार किस्म के सुरक्षा वाहनों के साथ पुलिस वालों को जो लगाया है वह प्रशासन के लिए मुखबिरी करते हैं.
हाल के दिनों में जौहर यूनिवर्सिटी में जिस तरीके से कथित चोरी के फर्नीचर, किताबें और सरकारी मशीनें बरामद की गई हैं उसके बाद से आजम खान और अब्दुल्ला आजम की मुसीबत काफी ज्यादा बढ़ गई है. ऐसे में आजम खान के करीबियों को लगता है कि प्रशासन अपने सुरक्षाकर्मियों के जरिए उनकी मुखबिरी करा रहा है.
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