लखीमपुर खीरी हिंसा: पुलिस ने BSP नेता सतीश मिश्रा को किया नजरबंद, मायावती ने की निंदा
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार, 3 अक्टूबर को हुई हिंसा के बाद से प्रदेश की योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर है. इस…
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उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार, 3 अक्टूबर को हुई हिंसा के बाद से प्रदेश की योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर है. इस मामले में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने रविवार रात ट्वीट कर बताया था कि वो लखीमपुर खीरी के लिए निकल रहे हैं. इसके बाद पुलिस ने उन्हें सुरक्षा व्यवस्था और जिले में लागू धारा 144 का हवाला देते हुए वहां जाने से रोक दिया था. पुलिस ने सतीश चंद्र मिश्रा को नोटिस देकर उन्हें उनके घर में ही नजरबंद कर दिया है. बीएसपी महासचिव के घर के बहार इस समय पुलिस बल तैनात है.
पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद मिश्रा ने ट्वीट कर कहा, “लखीमपुर खीरी के लिए निकलते समय उत्तर प्रदेश प्रशासन द्वारा लिखित आदेश के बिना ही हमें हमारे घर पर ही रोक दिया गया है. जितना जोरआजमाइश कर लीजिए आवाज अब दबने वाली नहीं है. अन्नदाताओं के साथ हमारी पार्टी, हमारे लोग और पूरा समाज एक साथ है.”
लखीमपुर खीरी के लिए निकलते समय उत्तर प्रदेश प्रशासन द्वारा लिखित आदेश के बिना ही हमें हमारे घर पर ही रोक दिया गया है। जितना जोरआजमाइश कर लीजिए आवाज अब दबने वाली नहीं है। अन्नदाताओं के साथ हमारी पार्टी, हमारे लोग और पूरा समाज एक साथ है।@Mayawati pic.twitter.com/E8AEYunzru
— Satish Chandra Misra (@satishmisrabsp) October 3, 2021
इस मामले में सोमवार को बीएसपी चीफ मायावती ने ट्वीट कर प्रदेश सरकार पर हमला बोला-
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बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद श्री एससी मिश्र को कल देर रात यहां लखनऊ में उनके निवास पर नजरबन्द कर दिया गया जो अभी भी जारी ताकि उनके नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमण्डल लखीमपुर खीरी जाकर किसान हत्याकाण्ड की सही रिपोर्ट न प्राप्त कर सके. यह अति-दुःखद व निन्दनीय.
मायावती, बीएसपी सुप्रीमो
1. बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद श्री एससी मिश्र को कल देर रात यहाँ लखनऊ में उनके निवास पर नजरबन्द कर दिया गया जो अभी भी जारी ताकि उनके नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमण्डल लखीमपुर खीरी जाकर किसान हत्याकाण्ड की सही रिपोर्ट न प्राप्त कर सके। यह अति-दुःखद व निन्दनीय।
— Mayawati (@Mayawati) October 4, 2021
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उन्होंने आगे कहा, “यूपी के दुःखद खीरी काण्ड में भाजपा के दो मंत्रियों की संलिप्तता के कारण इस घटना की सही सरकारी जांच व पीड़ितों के साथ न्याय तथा दोषियों को सख्त सजा संभव नहीं लगती है. इसलिए इस घटना की, जिसमें अब तक 8 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है, न्यायिक जांच जरूरी, बीएसपी की मांग.”
मामले में अब तक क्या क्या हुआ?
यूपी के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में रविवार को हिंसा हुई है. यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का विरोध कर रहे किसानों के साथ हिंसक झड़प की रिपोर्ट है. संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक किसान, आंदोलनकारी केशव प्रसाद मौर्य के कार्यक्रम का शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे थे. उन्होंने आरोप लगाया है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे की गाड़ियों ने किसानों को रौंदा और फायरिंग भी की गई. वहीं, अजय मिश्रा टेनी ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि घटना के दौरान उनके बेटे मौके पर मौजूद नहीं थे.
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इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के आरोपी बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है.
लखीमपुर खीरी के डीएम अरविंद कुमार चौरसिया ने न्यूज एजेंसी एएनआई से 8 मौतों की पुष्टि की है. उन्होंने बताया है कि लखीमपुर खीरी में 4 किसानों सहित कुल 8 लोगों की मौत हुई है.
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