स्कूल न जाने के लिए दो बहनें घर से भागीं, मां-बाप को मरा बता बोलीं- चाचा हमें मारते हैं

रंजय सिंह

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Kanpur news: जिस उम्र में मासूम बच्चे अकेले घर से निकलने में डरते हैं उसी उम्र में कन्नौज (Kannauj news) की दो मासूम बच्चियों ने स्कूल न जाने के लिए ऐसी प्लानिंग की जिसे जान आप चौंक जाएंगे. ये दोनों अपने घर से 100 किलोमीटर दूर निकलकर कानपुर पहुंच गईं. हैरानी तो यह है जब रास्ते में पुलिस ने इनको पूछा तुम्हारे मां-बाप कहां हैं, तो कहने लगीं कि हमारे मम्मी-पापा की डेथ हो गई है, चाचा हमें मारते हैं, इसलिए हम घर से भागकर अभी नानी के यहां जा रहे हैं. हकीकत यह थी कि इन दोनों के मम्मी-पापा जीवित हैं और सिर्फ स्कूल जाने से बचने के लिए ये बहाना बनाकर निकल पड़ीं.

कानपुर में पुलिस (Kanpur police) ने इन दोनों को पकड़ कर जब इनके घर वालों से जानकारी इकट्ठा की तो सारी हकीकत का खुलासा हो गया. कन्नौज के गुरसहाय गंज की रहने वाली प्रीति की दो मासूम बच्चियां हैं. 5 साल की खुशी और 3 साल की रश्मि. प्रीति के पति छुट्टन सिंह प्राइवेट बस ड्राइवर हैं. छुट्टन अपनी बच्चियों को पढ़ाने के लिए हर तरह का प्रयास करते रहते हैं. शनिवार को इन दोनों बच्चों को स्कूल जाने को कहा गया, लेकिन ये स्कूल जाना नहीं चाहती थीं.

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इसके बाद दोनों ने योजना बनाई. घर से निकल ट्रेन पर बैठ कर सीधे कानपुर आ गईं. कानपुर में रावतपुर स्टेशन पर उतर गईं और इधर-उधर भटक सबसे पूछने लगीं कि उन्हें उनके नानी घर जाना है. बहाना बनाया कि मम्मी पापा नहीं हैं, उनकी मौत हो गई है, चाचा मारते हैं इसलिए हम घर से भागे हैं.

यूं खुली इन बच्चियों की पोल

इन्होंने यह भी कहानी रच ली कि इनके पिता की मौत 3 साल पहले हुई थी, जबकि एक साल पहले मम्मी की भी मौत हो गई. इसी बीच ये सूचना किसी ने सखी पुलिस चौकी को दे दी. फिर महिला सिपाही कुसुम भदौरिया दोनों को पुलिस चौकी ले आईं. इस खबर में सबसे टॉप पर शेयर किए गए वीडियो पर क्लिक कर आप इस चौंकाऊ घटना के बारे में विस्तार से देख सकते हैं.

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