दरिंदगी के बाद डिप्रेशन में चली गई कानपुर की नाबालिग बिटिया, 7 आरोपी अब भी फरार

रंजय सिंह

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Kanpur News: यूपी में बेटियों को सुरक्षित रखने के सरकारी दावों की पोल हर रोज किसी न किसी शहर में खुल रही है. कानपुर में भी एक डॉक्टर की नाबालिग बेटी पिछले दिनों दरिंदगी की शिकार हुई. इस मामले में मुख्य आरोपी तो अरेस्ट कर लिया गया है, लेकिन बाकी 7 आरोपी फरार हैं. उधर, कानपुर की बिटिया के हाल ऐसे हैं कि वह डिप्रेशन में चली गई है. डॉक्टर पिता का कहना है कि उसे हर वक्त यही डर सता रहा है कि आरोपी फिर कहीं मिल न जाएं या उसके साथ कुछ ऐसा हो न जाए.

आपको बता दें कि कानपुर में दिल दहलाने वाली रेप की इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपी विनय ठाकुर को पुलिस ने जेल भेज दिया है. हालांकि उसके अन्य साथी अजय ठाकुर, अमन समेत अन्य सभी सात आरोपी फरार हैं, जबकि इस बीच आरोपी अजय ठाकुर की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं. इनमें जहां वह एक दरोगा को माला पहनाते हुए देखा जा रहा है और बीजेपी विधायक और नेताओं के साथ होर्डिंग में भी उसकी तस्वीरें हैं.

जानिए क्या है पूरा मामला

3 मार्च को बर्रा इलाके में एक डॉक्टर की 16 वर्षीय नाबालिग बेटी को इंटरनेट कैफे में जबरदस्ती बुलाकर आरोपी विनय ठाकुर ने रेप किया था. उसकी बॉडी पर ब्लेड से अपना नाम भी लिखा था. इसके बाद वह छात्रा को अपने दोस्तों अजय ठाकुर और अमन के पास ले गया था. दोनों ने रेप करने की कोशिश की, जहां पांच दूसरे आरोपी भी आए थे. सब ने मिलकर उसको पूरी तरह मारा पीटा था. नाबालिग के बाल भी लाइटर से जलाए गए.

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छात्रा किसी तरह उनके चंगुल से छूट घर पहुंच पाई. पीड़िता ने अपने मां-पिता को यह बात बताई. छात्रा के माता-पिता दोनों डॉक्टर हैं. उन्होंने बर्रा थाने में 3 मार्च को ही FIR लिखाई थी. पुलिस पर आरोप है कि उसने 2 दिन तक कुछ नहीं किया. 5 मार्च को जब यूपी तक ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया गया तो पुलिस हरकत में आई. 6 मार्च को आरोपी विनय ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया गया. एफआईआर में विनय के साथ-साथ अजय ठाकुर और अमन के नाम दर्ज हैं. इसके साथ पांच अन्य लड़के अज्ञात हैं.

बड़ा सवाल यह है घटना के 7 दिन बाद भी पुलिस इन आरोपियों को क्यों नहीं पकड़ पाई? जबकि इनकी वजह से नाबालिग और उसका परिवार पूरी तरह दहशत में है. वे घर से निकल नहीं रहे हैं. होली जैसा त्योहार भी उनके लिए सदमे में ही बीता है.छात्रा के पिता का कहना है कि उनकी बेटी डिप्रेशन में है. ज्यादा बात नहीं करती है. हम उसे कहीं ले नहीं जा पा रहे हैं. उसको डर लग रहा कि कहीं रास्ते में आरोपी फिर न मिल जाएं. इस मामले में एसीपी अभिषेक पांडे का कहना है आरोपियों की तलाश की जा रही है. उनके घरों पर दबिश दी गई है. सभी घरों से फरार हैं. दरोगा के साथ वायरल तस्वीर की भी जांच की जा रही है.

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